यदि राजा स्वयं कार्यनिर्णय न कर रहा हो तो उसे किसी विद्वान ब्राह्मण को कार्यनिर्णय में लगाना चाहिये।
न्यायधीश को तीक्ष्ण बुद्धि होने, अधिक योग्य, प्रदर्शनीय होने, सम्मानित और पूर्ण विश्वस्त होने के बजाय अधिक विचारपूर्ण होना चाहिए। इससे भी ऊपर ईमानदारी और सच्चाई उनका असली गुण हैं। -- फ़्रांसिस बेकन