साक्षी का असत्य भाषण प्रकट होने पर उसे निर्वासित करना चाहिये और राजा द्वारा उसे दण्ड दिया जाना चाहिये।
राजा प्राङ्विवाको ब्राह्मणो वा शास्त्रवित्॥ -- गौतमधर्मसूत्र, अध्याय-४, सूत्र-२६
राजा स्वयं ही न्यायकर्ता (पूछने के बाद विचारकर न्याय करने वाला) बने या किसी शास्त्रज्ञ ब्राह्मण को न्यायकर्ता बनाये।
किसी क्रिया के विरुद्ध साक्ष्य का अभाव, उस क्रिया के पक्ष में साक्ष्य नहीं बन जाता। -- John Langan, Technicolor (2009), reprinted in Rich Horton (ed.) The Year’s Best Science Fiction & Fantasy 2010, p. 233
किसी असाधारण दावे के समर्थन में दिये गये साक्ष्य का भार उतना ही अधिक होना चाहिये जितना वह दावा विचित्र हो। -- पियरे साइमन लाप्लास, Théorie analytique des probabilités, (1812)
मानव स्वभाव हर मामले में साक्ष्य का एक अंश होता है। -- Elisha Potter, Greene v. Harris, 11 R.I. 5, 17 (1875).
साक्ष्य की अनुपस्थिति, अनुपस्थिति का साक्ष्य नहीं है। और अनुपस्थिति का साक्ष्य, साक्ष्य की अनुपस्थिति नहीं है। -- Donald Rumsfeld, Department of Defense news briefing, February 12, 2002 [1]
चाहे मामला आपराधिक हो या सिविल, साक्ष्य के बिन्दु में कोई अन्तर नहीं है। दोनों मामलों पर एक ही नियम लागू होता है। --Beaumont Hotham, 2nd Baron Hotham, B., King v. Cator (1802), 14 Esp. 143.