भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन

ब्रिटिश राज के विरुद्ध भारतीय उपमहाद्वीप में स्वतन्त्रता हेतु ऐतिहासिक विद्रोह (1857-1947)
  • दशकों के अभियान में गांधी जो हासिल न कर सके, बोस की आजाद हिन्द फौज ने दो साल से भी कम समय में हासिल कर लिया और अंग्रेजों को भारत छोड़ने का फैसला करना पड़ा। और उसकी यह उपलब्धि वास्तव में बहुत अधिक गोलियां चलाए बिना मिल गयी। यदि आप शक्ति विकीर्ण करते हैं, तो आपको अक्सर इसका उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होती है। दरबारी इतिहासकारों ने हमेशा आजाद हिन्द फौज की भूमिका को कमतर आंका है और स्वतंत्रता की उपलब्धि का श्रेय महात्मा गांधी को दिया है। -- के एल्स्ट (Elst, K.), 'सुभाष बोस विन्डिकेटेड' में (हिन्दू ह्यूमन राइट्स, प्रयाग तथा स्वराज्य, अप्रैल 2019)[१]
  • स्वतन्त्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। मैं इसे लेकर रहूँगा। -- बालगंगाधर तिलक
  • स्वतंत्रता में प्रगति निहित है। स्वशासन बिना औद्योगिक प्रगति संभव नहीं है। न ही राष्ट्र के लिए शैक्षिक योजनाओं की कोई उपयोगिता है। देश की आजादी के लिए प्रयास करना सामाजिक सुधारों से अधिक महत्वपूर्ण है। -- बाल गंगाधर तिलक
  • मेरे ऊपर किया गया प्रहार ब्रितानी शासन की ताबूत का अन्तिम कील साबित होगा। -- लाला लाजपत राय
  • दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे।
आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे॥ -- चन्द्रशेखर आजाद
  • खून से खेलेंगे होली, गर वतन मुश्किल में है। -- अशफाकुल्लाह खान
  • सरफरोसी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है॥ -- रामप्रसाद बिस्मिल
  • सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा॥ -- मुहम्मद एकबाल
  • इस देश में बहुत सी कुरीतियाँ विद्यमान हैं। इन सभी के इलाज लिये एकमात्र औषधि है, इस देश की स्वतन्त्रता । -- कल्कि कृष्णमूर्ति, 'द पॉयजन क्योर' में
  • भारत हमें बुला रहा है। खून खून को बुला रहा है। उठो, हमारे पास बर्बाद करने के लिए समय नहीं है। अपने हथियारों को उठा लो । दिल्ली के लिए सड़क स्वतंत्रता की राह है। चलो दिल्ली ! -- सुभाष चन्द्र बोस
  • यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वाधीनता का मोल अपने खून से चुकाएं। हमें अपने बलिदान और परिश्रम से जो आज़ादी मिले, हमारे अन्दर से उसकी रक्षा करने की ताकत होनी चाहिए। -- सुभाष चन्द्र बोस
  • इन्कलाब, जिन्दाबाद! -- मूलतः मौलाना हसरत मोहानिब द्वारा रचित, किन्तु भगत सिंह ने इसे लोकप्रिय बनाया।
  • अंग्रेजों भारत छोड़ो। -- महात्मा गांधी, १९४२ में
  • (आजाद) करो या मरो। -- महात्मा गांधी, १९४२ में
  • बम और पिस्टल से क्रान्ति नहीं आती। क्रान्ति की तलवार की धार विचारों के पत्थर पर लगायी जाती है। -- भगत सिंह
  • व्यक्तियों को मारना सरल है लेकिन विचारों को मारना सरल नहीं। बड़े-बड़े साम्राज्य भरभराकर गिर गये लेकिन विचार बचे रहे। -- भगत सिंह
  • देश की पूजा ही राम की पूजा है। -- मदनलाल धींगड़ा
  • जब तक हम सामाजिक न्याय सुनिश्चित नहीं करते, विधि द्वारा कोई भी स्वतन्त्रता दी जायेगी वह किसी काम की नहीं होगी। -- भीमराव अम्बेडकर
  • मैंने स्वप्न देखा कì जीवन आनन्द है। मैं जागा और पाया कì जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कì सेवा में ही आनन्द है। -- रवीन्द्रनाथ ठाकुर
  • ब्रिटिश राज के भारत छोड़ने के पीछे सुभाषचन्द्र बोस और उनके आजाद हिन्द फौज की महती भूमिका थी। -- ब्रिटेन के १९४७ में प्रधानमन्त्री क्लीमेन्ट एटली, बंगाल के कार्यकारी गवर्नर पीइबी चक्रवर्ती से

इन्हें भी देखें सम्पादन

सन्दर्भ सम्पादन