वैज्ञानिक विधि
वैज्ञानिक अध्ययन का मूलभूत स्वरूप
वैज्ञानिक विधि (scientific method) से आशय ज्ञान प्राप्त करने की उस विधि से है जो प्रयोगों पर आधारित हो।
उक्तियाँ
सम्पादन- वैज्ञानिक विधि पक्षपात, पूर्वाग्रह, और मन में पहले से बैठाये विचारों को नष्ट करने में सहायता करता है। इस विधि में यह अपेक्षित है कि कथनों की सावधानी से जाँच की जाय और अनुसन्धानकर्ता प्रयोग द्वारा पता करे कि क्या सम्भव है और क्या नहीं। वैज्ञानिक यह प्रशन पूछते हैं कि, "यहाँ हमारे पास क्या है", और उसके बाद इस भौतिक जगत की प्रकृति को जानने के लिये प्रयोग करने चल पड़ते हैं। इस प्रक्रिया में यह भी परमावश्यक है कि किसी के द्वारा किये गये प्रयोगों की जाँच दूसरों द्वारा भी की जाय और उन्हें भी वही परिणाम मिले जो पहले किये गये प्रयोगों में मिले थे। विज्ञान के क्षेत्र में सबसे बड़ा विकास यह अनुभव था कि हम केवल बुद्धि से समस्याओं का उत्तर नहीं पा सकते। -- Jacque Fresco, (2007), Designing the Future
- पञ्चावयवी वाक्य, प्राचीन विज्ञान की अनुसन्धान-विधि है। प्राचीन काल के आयुर्वेदाचार्य भी इस विधि का अनुसरण करते थे। पञ्चावयवी वाक्य के अन्तर्गत प्रतिज्ञा, हेतु, दृष्टान्त, उपनय और निगमन आते हैं। [१]