सन्धि का अर्थ समझौता या करार है। संधि दो पक्षों के बीच मेल-मिलाप है, सुलह है, ‘ट्रीटी’,है। अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में दो विवादित मुद्दों पर अन्ततः एक ‘संधि’ कायम हो जाना आम बात है। प्रायः अदालत के बाहर दो पक्षों के बीच जो ‘स्वतन्त्र रूप से एक सहमति’ बन जाती है, उसे मान्यता प्रदान कर अदालत उस संधि पर अपनी मुहर लगा देती है, और दावे वापस ले लिए जाते हैं। आर्थिक और सामाजिक जीवन में तो कदम कदम पर समझौते करने ही पड़ते हैं अन्यथा हमेशा संघर्ष की स्थितियां बनी रहें। राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक समझौते कभी लम्बे समय तक कायम रहते हैं तो कभी जल्दी ही टूट जाते हैं। सन्धियाँ देर-सबेर नई संधियों को जगह देते हुए शायद टूटने के लिए ही होतीं हैं।

उक्तियाँ सम्पादन

  • निर्बल राजा को तत्काल संधि करनी चाहिए। -- आचार्य चाणक्य
  • दुर्बल के साथ संधि न करे। ठंडा लोहा लोहे से नहीं जुड़ता। -- चाणक्य

इन्हें भी देखें सम्पादन