""श्री राम नाम विश्व बैंक""

श्री राम नाम विश्व बैंक एक ऐसा अनोखा बैंक है जिसमे राम नाम लेखन का कार्य किया जाता है और लेखन के पश्चात उसे बैंक में जमा किया जाता है। पूरे बैंकिंग प्रणाली की तर्ज़ पर राम नाम संग्रहित किया जाता है। वर्तमान समय मे ""राम नाम बैंक"" में लगभग ""120 लाख करोड़ हस्तलिखित"" राम नाम का डाटा बैंक में सुरक्षित जमा है। और यह पूरी व्यवस्था पूर्ण रूप से निशुल्क है।

इस पूरी व्यवस्था का संचालन श्री राम नाम विश्व बैंक समिति करती है जिसका प्रधान कार्यालय हरिद्वार में स्थित है। जिसके देश के अंतर्गत लगभग 250 कार्यालय है। राम नाम लेखन का कार्य मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल में ज्यादा प्रचलित है।

इस पूरे कार्यक्रम के पुख्ता प्रमाण संस्था के पास सुरक्षित है।

संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष ""पं0 कुलदीप तिवारी"" का कहना है कि विगत 30 वर्षों से देश की अखंडता व एकता के लिए राम नाम जप महायज्ञ का कार्य निरंतर प्रगति पर है।

उन्होंने यह भी कहना है कि संस्था की ओर से बहुत जल्द ऐसा ""भव्य राम नाम संग्रहालय"" तैयार किया जाएगा जिसमे विश्व मे सबसे ज्यादा हस्तलिखित राम नाम का भंडार होगा जोकि भारत देश की ""विभिन्न भाषाओं"" में दर्शाया जाएगा। जिसके दर्शन मात्र से विश्व के लोग लाभ ले सकते है।