"शिव खेड़ा": अवतरणों में अंतर

छो →‎कविता: खाली अनुभाग
छो →‎शिव खेड़ा: सही शीर्षक
पंक्ति १:
==उक्तियाँ==
==शिव खेड़ा==
 
* विपरीत परस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं, तो कुछ लोग लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं।
* चरित्र का निर्माण तब नहीं शुरू होता जब बच्चा पैदा होता है; ये बच्चे के पैदा होने के सौ साल पहले से शुरू हो जाता है।