खोज परिणाम

  • द्रवित सुधारस। ब्रह्म कमंडल मंडन भव खंडन सुर सरबस ।। शिव सिर मालति माल भगीरथ नृपति पुन्य फल। ऐरावत गज गिरि पति हिम नग कंठहार कल ।। सगर सुअन सठ सह्स परम...
    १७८ KB (१४,५३५ शब्द) - ००:०३, ११ मार्च २०१४