विचार

किसी व्यक्ति के मानसिक रुझान के अनुरूप सोचने की प्रक्रिया
  • कः कालः कानि मित्राणि को देशः को व्ययागमौ ।
कस्याहं का च मे शक्तिः इति चिन्त्यं मुहुर्मुहुः ॥
हमारा समय (काल) कैसा चल रहा है ; हमारे मित्र कौन-कौन हैं ; हम किस स्थान (देश) पर हैं ; हमारी आय एवम् व्याय कैसा है ; मैं किसका हूँ ; मेरी शक्ति क्या है - इन बातों का बार-बार चिन्तन करना चाहिए।
  • उत्थायोत्थाय बोद्धव्यं किमद्य सुकृतं कृतम्।
आयुषः खण्ड मादाय रविरस्तं गमिष्यति ॥
प्रातः काल उठते ही यह सोचना चाहिये कि मुझे आज क्या सुकर्म करना है, क्या सत्कर्म मैंने किया है क्योंकि प्रतिदिन ही आयु का एक भाग क्षीण हो जाता है।
  • एकाग्र-चिन्तन वांछित फल देता है। -- जिग जिग्लर
  • यदि आपके पास केवल एक ही विचार है तो उससे खतरनाक कुछ भी नहीं। -- Propos sur le Religion no. 74 (1938), Alain लेखन-नाम से.
  • विचार ही संसार पर राज करते हैं। -- प्लेटो
  • आप विचारों को दबाकर उनको नष्ट नहीं कर सकते। आप केवल उनकी उपेक्षा करके ही उन्हें नष्ट कर सकते हैं। -- Ursula K. Le Guin, The Dispossessed (1974), Chapter 6, p. 165.
  • यदि आप चाहते हैं कि आपके पास अच्छे विचार हों तो आपके पास बहुत से विचार होने चाहिये। उनमें से अधिकांश विचार ट्रुटिपूर्ण होंगें। आपको यह सीखना पड़ेगा कि किन विचारों को फेंक दिया जाय। -- लाइनस पाउलिंग, as quoted by Francis Crick in his presentation "The Impact of Linus Pauling on Molecular Biology" (1995).
  • विचार स्वयं महत्वपूर्ण नहीं हैं बल्कि वह सन्दर्भ महत्वपूर्ण है जिसमें वे (विचार) काम करते हैं। -- कोलिन स्पार्क्स, Fascism in Britain From International Socialism, No. 71, September 1974, pp. 13–28. Transcribed & marked up by Einde O’Callaghan for ETOL. Text online at Marxists Internet Archive.
  • “हमारे विचार” केवल अंशतः ही 'हमारे' होते हैं। हमारे अधिकांश विचार दूसरे लोगों के विचारों के अवशेष या लघुरूप होते हैं। -- Leo Strauss, What is Political Philosophy? (1959), p. 73
  • कोई वैज्ञानिक व्यक्ति कभी भी तुरन्त परिणाम का लक्ष्य नहीं रखता। वह यह अपेक्षा नहीं रखता कि उसके उन्नत विचारों को लोग तुरन्त स्वीकार कर लेंगे। उसका काम तो पेड़ लगाने वाले व्यक्ति जैसा होता है, जो भविष्य के लिये काम करता है। उसका काम यह है कि वह आने वाले दिनों के लिये 'नींव' तैयार करे। -- निकोला टेस्ला, "Radio Power Will Revolutionize the World" in Modern Mechanics and Inventions (July 1934)

इन्हें भी देखें

सम्पादन