देशाटन
(प्रवास से अनुप्रेषित)
- चरैवेति चरैवेति॥ -- ऐतरेय ब्राम्हण ७.१५
- चलते रहो, चलते रहो…
- आस्ते भग आसीनस्य, ऊध्वर्स्तिष्ठति तिष्ठतः।
- शेते निपद्यमानस्य, चराति चरतो भगः। -- ऐतरेय ब्राम्हण ७.१५
- ठहरे हुए व्यक्ति का सौभाग्य भी ठहर जाता है। उठ खड़े होने वाले व्यक्ति का सौभाग्य उठ खड़ा हो जाता है तथा सुप्त व्यक्ति का सौभाग्य भी सुप्त हो जाता है। उसी प्रकार गतिमान व्यक्ति का सौभाग्य उसके साथ-साथ चल पड़ता है अर्थात उसके सौभाग्य में भी वृद्धि होने लगती है।
- चरन् वै मधु विन्दति, चरन् स्वादुमुदुम्बरम्।
- सूयर्स्य पश्य श्रेमाणं, यो न तन्द्रयते चरन्। -- ऐतरेय ब्राम्हण ७.१५
- जो व्यक्ति सदा श्रमशील एवं गतिशील हैं, वही सदा मधुपान (शहद/ अमृत / परिश्रम का सुफल) करते हैं। कर्मयोगी को सदा श्रेष्ठ कर्म का श्रेष्ठ परिणाम मिलता है। सूर्य की कर्मठता तथा सृजन शीलता देखिए, क्षण भर भी जो दूसरों के कल्याण के लिये अपने श्रम से विमुख नहीं है।
- देशाटनं पण्डितमित्रता च वाराङ्गना राजसभाप्रवेशः ।
- 'अनेकशास्त्रार्थविलोकनं च चातुर्यमूलानि भवन्ति पञ्च ॥
- देशाटन, बुद्धिमान से मैत्री, वारांगना (गणिका), राजसभा में प्रवेश, और शास्त्रों का परिशीलन – ये पाँच चतुराई के मूल है ।
- द्वविमौ ग्रसते भूमिः सर्पो बिलशयानिवं।
- राजानं चाविरोद्धारं ब्राह्मणं चाप्रवासिनम् ॥ -- महाभारत
- जिस प्रकार बिल में रहने वाले मेढक, चूहे आदि जीवों को सर्प खा जाता है, उसी प्रकार शत्रु का विरोध न करने वाले राजा और परदेस गमन से डरने वाले ब्राह्मण को यह पृथ्वी खा जाती है।
- पर्यटन् पृथिवीं सर्वां, गुणान्वेषणतत्परः। -- पञ्चतन्त्र
- जो गुणों की खोज में अग्रसर हैं, वे सम्पूर्ण पृथ्वी का भ्रमण करते हैं।
- यस्मिन्प्रचीर्णे च पुनश्चरन्ति; स वै श्रेष्ठो गच्छत यत्र कामः। -- महाभारत, अश्वमेध पर्व ७-२३
- जो व्यक्ति उनके समक्ष आने वाले हर प्रकार के मार्ग पर चलने के लिए तत्पर हैं, वे श्रेष्ठ होते हैं तथा उनको अभीष्ट प्राप्त होता है।
- चरन्ति वसुधां कृत्स्नां वावदूका बहुश्रुताः। -- महाभारत, शांति पर्व १९-२४
- बुद्धिमान और वाक्-कुशल व्यक्ति, सारी पृथ्वी का भ्रमण करते हैं।
- तीर्थानामवलोकनं परिचयः सर्वत्र वित्तार्जनं
- नानाश्चर्यनिरीक्षणं चतुरता बुद्धे प्रशस्ता मिरः।
- एते सन्ति गुणाः प्रवासविषये दोषोऽस्ति चैको महान्
- यन्मुग्धामधुराधराधरसुधापानं विना स्थीयते।
- तीर्थों का अवलोकन, सर्वत्र परिचय, द्रव्य-संपादन, अनेकानेक आश्चर्य पदार्थों का निरीक्षण, बुद्धि-चातुर्य और सुन्दर भाषा––इतने सब गुण प्रवास में हैं। परन्तु उसमें एक बड़ा भारी दोष भी है कि मुग्धांगना के मधुर अधर का अमृत-प्राशन किये बिना रहना पड़ता है।
- परदेशभयाद्भीताः बहुमायाः नपुंसकाः।
- स्वदेशे निधनं यान्ति काकाः कापुरुषा मृगाः॥ प्पञ्चतन्त्र, मित्रभेद
- जो परदेश के भय से डरते हैं, बहुत आलसी हैं तथा प्रमादी हैं ऐसे कौए, कापुरुष और मृग अपने देश में मृत्यु को प्राप्त होते हैं।
- जो मनुष्य आश्चर्य भरे देशों की यात्राएँ नहीं करता , वह कुएँ के मेढ़क के समान है। -- सिद्धर्षि सूरी
- अनेकाश्चार्य-भूयिठां यो न पश्यति मेदिनीम् ।
- निजकान्ता-सुखासक्तः स नरः कूप-दर्दुरः ॥ -- सम्यकत्व-कौमुदी
- अपनी स्त्री के सुख में आसक्त हुआ जो पुरुष अनेक आश्चर्यों से भरी हुई पृथ्वी को नहीं देखता है, वह कूपमण्डूक है।
- यो न निर्गत्य निःशेषां विलोकयति मेदिनीं ।
- अनेकाद्भुतवृत्तांतां स नरः कूपदर्दुरः ॥ -- उपमितिभवप्रपञ्च
- जो कभी बाहर निकलकर सम्पूर्ण पृथ्वी को और अनेक अद्भुत वृत्तान्तों को नहीं देखता, वह मनुष्य कुएँ का मेढ़क है।
- मनुष्य समुद्र से घिरे हुए प्रदेशों की यात्रा करके सभी शास्त्रों के गुण या सार समझता था, तथा बदमाशों , चालबाजों एवं लोगों को धोखा देने की विद्या से परिचित होता था। यदि एक व्यक्ति दूसरे देश की वेशभूषा , शिष्टाचार , भाषण एवं युद्धों से अनभिज्ञ है तो वह बिना सींग के बैल ( पशु ) के समान है। -- दामोदर गुप्त
- दूसरे देशों का भ्रमण, अच्छे राजा और उसके प्रशासन के लिए उपयोगी एवं आवश्यक है। -- शुक्राचार्य
- चरन्मार्गान्विजानाति । -- महाभारत, आदि पर्व १३३-२३
- पथिक व्यक्ति को मार्ग का ज्ञान स्वयं ही हो जाता है।
- अन्योन्यवीर्यनिकषाः पुरुषा भ्रमन्ति। -- उरुभंग 2
- एक दूसरे की पहचान जो वीरता के मापदंड से करते है, वे भ्रमण करते हैं।
- दुःखं हन्तुं सुखं प्राप्तुं ते भ्रमन्ति मुधाम्बरे। -- बोधिचर्यवतार
- वे आकाश में सम्मोहित से, दुःख भुलाने के लिये तथा सुख की प्राप्ति के लिये घूमते (उड़ते) हैं (हमारे समान)।
- हदये सुखसम्पत्तिः पदे पर्यटनं फलम्। -- सर्वसिद्धान्तसङ्ग्रह
- उनके हृदय में सुख व संपत्ती तथा पैरों में पर्यटन होता है।
- हृदि श्रीर्मस्तके राज्य पादे पर्यटनं फलम्। -- सर्वसिद्धान्तसङ्ग्रह
- उनके मन में संपत्ति, सिर पर राज्य का दायित्व तथा पैरों में पर्यटन होता है।
- योजनानां सहस्त्रं तु शनैर्गच्छेत् पिपीलिका। -- सुभाषितमाला
- शनैः शनैः ही सही, सतत चलते रहने पर, चींटी जैसी छोटी सी जीव भी सहस्रों योजन की यात्रा पूर्ण कर लेती है।
- यस्तु संचरते देशान् यस्तु सेवेत पण्डितान् ।
- तस्य विस्तारिता बुद्धिस्तैलबिन्दुरिवाम्भसि ॥ -- सुभाषितमञ्जरी / समयोचितपद्यमालिका
- भिन्न भिन्न देशों में भ्रमण करने वाले तथा विद्वानों के साथ संबंध रखने वाले व्यक्ति की बुद्धि उसी तरह बढ़ती है, जैसे तेल की एक बूंद पानी में फैलती है।
- संसार एक महान पुस्तक है। जो घर से बाहर नहीं निकलते वे केवल इस पुस्तक का एक पृष्ठ ही पढ़ पाते है। -- अगस्तीन
- देशाटन, मस्तिष्क को संकरा बना देता है। -- G. K. Chesterton[१]
- मेरी समझ में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वस्तु है घुम्मकड़ी। घुम्मकड़ से बढ़कर व्यक्ति और समाज का कोई हितकारी नहीं हो सकता। दुनिया दुःख में हो चाहे सुख में, सभी समय यदि सहारा पाती है, तो घुम्मकड़ों की है………घुम्मकड़ों के काफिले न आते जाते, तो सुस्त मानव जातियाँ सो जाती और पशु से ऊपर नहीं उठ पाती। -- राहुल सांकृत्यायन
- कमर बाँध लो भावी घुम्मकड़ों संसार तुम्हारे स्वागत के लिए बेकरार है। -- राहुल सांकृत्यायन
- समदर्शिता घुम्मकड़ का एकमात्र दृष्टिकोण है और आत्मीयता उसके हरेक बर्ताव का सार। -- राहुल सांकृत्यायन
- सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ ?
- ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ ?? -- ख़्वाजा मीर दर्द
- यात्रा और जगह का परिवर्तन मन को नया जोश प्रदान करता है। -- सेनेका
- बिना किसी बहाने के साथ जीवन व्यतीत करें, बिना किसी खेद के साथ यात्रा करें। -- ऑस्कर वाइल्ड
- इन्सान के यात्रा करने का जूनून ही उसे चाँद तक पहुँचा दिया। -- अज्ञात
- मैं अपनी डायरी के बिना कभी यात्रा नहीं करता। ट्रेन में पढ़ने के लिए हमेशा कुछ सनसनीखेज होना चाहिए। -ऑस्कर वाइल्ड
- हम इस दुनिया के जंगल में सभी यात्री हैं, और हमारी यात्रा में जो सबसे अच्छा मिलसकता है, वह एक ईमानदार दोस्त है। -- रॉबर्ट लुई स्टीवेन्सन
- खोज की वास्तविक यात्रा नए परिदृश्य की तलाश में नहीं है, बल्कि इसके लिए नई आँखें होनी चाहिए। -- मार्सेल प्रूस्ट
- मुझे अब तक की सबसे अच्छी शिक्षा यात्रा के माध्यम से मिली। -- लिसा लिंग
- लेखन एक यात्रा की तरह है किसी जगह पर जाना अच्छा है, अगर आप रुक कर थक गए हैं । -- लैंग्स्टन ह्यूजेस
- मैं यात्रा को एक महान सीखने की प्रक्रिया के रूप में देखता हूँ, और मेरा सबसे बड़ा सपना पूरे विश्व की यात्रा करना है। -- पूजा हेगड़े
- एक जहाज एक बंदरगाह में सुरक्षित है, लेकिन जहाज इसके लिए नहीं बनाए जाते हैं। -- जॉन ए. शेड
- एक अच्छे यात्री की कोई निश्चित योजना नहीं होती है, और यह पहुँचने का इरादा नहीं है । -- लओ टजू
- जीवन ज्ञान पाने के लिए एक यात्रा है, फिर एक उछाल लिया जाना चाहिए । -- डी. एच. लॉरेंस
- वहां अनुसरण न करें जहाँ रास्ता ले जा सकता है। इसके बजाय जाओ जहाँ कोई रास्ता नहीं है और एक निशान छोड़ दो -- राल्फ वाल्डो इमर्सन
- पर्यटक यह नहीं जानते कि वे कहाँ हैं, यात्रियों को नहीं पता कि वे कहाँ जा रहे हैं। -- पुल थेरॉक्स
- एक झूठ से दुनिया भर के आधे रास्ते पर जा सकते हैं, जबकि सच्चाई उसे अपने जूते पर डाल रही है । -चार्ल्स स्पार्जन
- एक घड़ी की तरह नहीं बल्कि एक कम्पास द्वारा अपना जीवन जियो। -स्टीफन कोवे
- जिन्दगी जीने का असली मजा यात्रा में ही हैं। -- अज्ञात
- मैं यात्रा को एक महान सीखने की प्रक्रिया के रूप में देख रहा हूं, और मेरा सबसे बड़ा सपना दुनिया की यात्रा करना है। -- अज्ञात
- यात्रा कभी भी धन की बात नहीं होती बल्कि साहस की होती है। -- पाउलो कोइल्हो
- यात्रा करने से हमारे अंदर नई उर्जा का संचार होता हैं और विचार सकारात्मक होते हैं. कई प्रकार के मानसिक विकार दूर हो जाते हैं। -- अज्ञात
- मैं हमेशा तस्वीरें लेता हूं और कैमरे के साथ यात्रा करता हूं मेरे पास इतनी सारी तस्वीरें है जिनकी मैंने एक किताब बनायीं है। -- नॉर्मन रीडस
- केवल वही है जो आप हमेशा अपने साथ ले जा सकते हैं: ज्ञात भाषाएँ, ज्ञात देश, ज्ञात लोग। अपनी याददाश्त को अपना यात्रा बैग बनाने दें। -- अलेक्सांडर सोल्जहेनित्सिन
- सभी महान यात्रियों की तरह, मैंने जितना याद किया है, उससे अधिक देखा है, और जितना मैंने देखा है उससे अधिक याद है। -- बेंजामिन डिसरायली
- एक घड़ी की तरह नहीं, बल्कि एक कम्पास द्वारा अपना जीवन जियो। -- स्टीफन कोवे
- यात्रा कभी भी धन की बात नहीं होती, बल्कि साहस की होती है। -- पाउलो कोइल्हो
- यात्रा मन का विस्तार करती है और खालीपन को भर देती है। -- शेडा सावेज
- यात्रा पैसे की नहीं, बल्कि साहस की बात है। -- पाओलो कोयल्हो
- वास्तविक खोज-यात्रा नए परिदृश्यों की तलाश में नहीं, बल्कि नई दृष्टि में है। -- मार्सेल प्राउस्ट
- सफ़र करना यह जानना है, कि हर कोई दूसरे देशों के बारे में गलत है। -- ऐलडस हक्सले
- पर्यटक यह नहीं जानते हैं कि वे कहाँ हैं, यात्री यह नहीं जानते कि वे कहाँ जा रहे हैं। -- पॉल थेरॉक्स
- यात्रा और स्थान परिवर्तन, मन में नए जोश का संचार करते हैं। -- सेनेका
- जंगल में दो रास्ते निकलते थे और मैंने वह चुना, जिस पर कोई कम ही सफ़र करता था और उसने सब कुछ बदल दिया। -- रॉबर्ट फ्रॉस्ट
- दुनिया एक किताब है, और जो यात्रा नही करते है, वे केवल एक पन्ना पढ़ते है। -- सेंट ऍगस्टीन
- जीवन में मिलने वाले हर मौके का लाभ उठाये, क्योंकि कुछ चीजें केवल एक ही बार होती हैं। -- करेन गिब्सट्रेवल
- समय उड़ जाता है, यह आपके लिए नाविक है। -- रॉबर्ट ओर्बेन
- यात्रा करने से सभी मानवीय भावनाओं में, वृद्धि होती है। -- पीटर होएग
- कोई विदेशी भूमि नहीं हैं, यह केवल यात्री है जो विदेशी है। -- रॉबर्ट लुई स्टीवेन्सन
- एक झूठ से दुनिया भर के आधे रास्ते पर जा सकते हैं, जबकि सच्चाई उसे अपने जूते पर डाल रही है। -- Charles Spurgeon
- बिना किसी बहाने के साथ जीवन व्यतीत करें, बिना किसी खेद के साथ यात्रा करें। -- ऑस्कर वाइल्ड
- पर्यटक यह नहीं जानते कि वे कहाँ हैं, यात्रियों को नहीं पता कि वे कहाँ जा रहे हैं। -- पुल थेरॉक्स