त्याग
देवताओं को अर्पित करना
- नास्ति विद्या समं चक्षु नास्ति सत्य समं तपः।
- नास्ति राग समं दुःखं नास्ति त्याग समं सुखम् ॥
- विद्या के समान कोई चक्षु नहीं है जो हमें जीवन में रास्ता दिखा सके, सत्य से ऊँचा और कोई तप नहीं है, रास से बड़ा और कोई दुःख नहीं है, (जो ईर्ष्या पैदा करता है) और त्याग से बड़ा कोई भी सुख नहीं है (क्युकी त्याग बाहरी दुःख हो सकता है किन्तु अपनी आत्मीयता में प्रसन्नता प्राप्त होती है)
- कुलस्यार्थे त्यजेदेकम् ग्राम्स्यार्थे कुलंज्येत्।
- ग्रामं जनपदस्यार्थे आत्मार्थे पृथिवीं त्यजेत्॥ -- चाणक्य
- कुटुम्ब के लिए स्वयं के स्वार्थ का त्याग करना चाहिए, गाँव के लिए कुटुम्ब का त्याग करना चाहिए, देश के लिए गाँव का त्याग करना चाहिए और आत्मा के लिए समस्त वस्तुओं का त्याग करना चाहिए।
- ईशावास्यमिदँ सर्वं यत्किञ्च जगत्यां जगत्।
- तेन त्यक्तेन भुञ्जीथाः मा गृधः कस्यस्विद्धनम्॥ -- ईशावास्य उपनिषद १॥
- जो कुछ भी इस जगत् में है, वह सब ईश्वर का है। तुम उसके त्याग के द्वारा उसे भोग लो। किसी का धन मत लूटो।
- अथैतदप्यशक्तोऽसि कर्तुं मद्योगमाश्रितः।
- सर्वकर्मफलत्यागं ततः कुरु यतात्मवान्॥ -- भगवद्गीता
- यदि मेरे योग-(समता-) के आश्रित हुआ तू इस (पूर्वश्लोक में कहे गये साधन-) को भी करने में असमर्थ है, तो मन-इन्द्रियोंको वश में करके सम्पूर्ण कर्मों के फल का त्याग कर।
- उपार्जितानां वित्तानां त्याग एव हि रक्षणम् ।
- तडागोदरसंस्थानां परीवाह इवाम्भसाम् ॥
- कमाए हुए धन का त्याग करने से ही उसका रक्षण होता है । जैसे तालब का पानी बहते रहने सेे ही तालाब साफ रहता है।
- प्राणी कर्म का त्याग नही कर सकता, कर्मफल का त्याग ही त्याग है। -- श्रीमद्भगवद्गीता
- त्यागपूर्वक भोग करो। -- ईशावास्योपनिषद
- जीवन में यहां मनुष्यों के लिए त्याग से बढ़ कर कुछ नहीं है। -- जातक
- श्रेय के लिए, मनुष्य को सब त्याग करना चाहिए। -- जयशंकर प्रसाद
- मनुष्य में उच्च प्रकृति हमेशा किसी ऐसी चीज की तलाश करती है जो खुद से परे हो और फिर भी उसका सबसे गहरा सत्य हो; जो अपने सारे बलिदान का दावा करता है, फिर भी इस बलिदान को अपना प्रतिफल देता है। यही मनुष्य का धर्म है, मनुष्य का धर्म है और मनुष्य की आत्मा ही पात्र है। -- रवीन्द्रनाथ टैगोर
- लेकिन आप जो हैं उसका त्याग करना और बिना विश्वास के जीना, यह मरने से ज्यादा भयानक भाग्य है। -- जोन ऑफ आर्क
- अपने जुनून का पालन करें, कड़ी मेहनत और बलिदान के लिए तैयार रहें, और सबसे बढ़कर, किसी को भी अपने सपनों को सीमित न करने दें। -- डोनोवन बेली.
- महत्वपूर्ण बात यह है: हम जो बन सकते हैं उसके लिए किसी भी क्षण बलिदान करने में सक्षम होना। -- चार्ल्स डू बोस
- आत्म-अस्वीकार केवल एक तरीका है जिसके द्वारा उसकी प्रगति को गिरफ्तार किया जाता है, और आत्म-बलिदान जंगली के अंग-भंग से बचने के लिए होता है। -- ऑस्कर वाइल्ड
- महत्वपूर्ण बात यह है कि हम जो बन सकते हैं उसके लिए हम जो कुछ भी हैं, उसका त्याग करने के लिए किसी भी क्षण सक्षम होना।-- महर्षि महेश योगी
- "सच्चा प्यार निस्वार्थ है। यह बलिदान के लिए तैयार है। -- साधु वासवानी
- आपकी सफलता की गति केवल आपके समर्पण और आप जो त्याग करने को तैयार हैं, उस तक सीमित है। -- नाथन डब्ल्यू. मॉरिस
- अपने सर्वश्रेष्ठ से कम कुछ देना उपहार का त्याग करना है।-- स्टीव प्रीफोंटेन
- सबसे उदात्त कार्य है अपने सामने दूसरे को स्थापित करना। -- विलियम ब्लेक
- सफलता कोई दुर्घटना नहीं है। यह कड़ी मेहनत है, लगन है, सीखना है, पढ़ाई है, त्याग है और सबसे बढ़कर जो आप कर रहे हैं या करना सीख रहे हैं उससे प्यार है।-- पेले
- आत्मग्लानि केवल दुख की ओर ले जाती है। विपरीत परिस्थितियों और आत्म-बलिदान के संघर्ष के बिना कुछ भी महान या सार्थक कभी भी पूरा नहीं होता है -- मरियम जमीलाह
- समय, एक ऐसे व्यक्ति के लिए जिसने वास्तव में इसका एक सेकंड भी महसूस नहीं किया है, यह एक महान बलिदान नहीं है। -- जोसफिन हार्ट
- अपने सपने को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। आपको इसके लिए त्याग करना होगा और कड़ी मेहनत करनी होगी। -- लियोनेल मेसी
- त्याग के बिना सफलता नहीं मिलती। यदि आप बिना त्याग के सफल होते हैं तो इसका कारण यह है कि आपके सामने किसी ने कष्ट सहा है। यदि आप सफलता के बिना बलिदान करते हैं तो ऐसा इसलिए है क्योंकि कोई बाद में सफल होगा। -- एडोनीराम जुडसन
- प्रसन्नता एक उदार और धिक्कार व्यक्ति की निशानी है जो सब कुछ भूलकर, यहाँ तक कि स्वयं भी, अपने ईश्वर को प्रसन्न करने की कोशिश करता है, जो वह आत्माओं के लिए करती है। प्रसन्नता अक्सर एक लबादा होता है जो बलिदान के जीवन और ईश्वर के साथ एक निरंतर मिलन को छुपाता है।-- मदर टेरेसा
- अंत में, हम सभी जीतना चाहते हैं, इसलिए जब आप किसी विशेष चीज का हिस्सा बनना चाहते हैं तो हर किसी को त्याग करना पड़ता है।-- जैसन टैटम
- चीजें बदलती हैं, लोग बदलते हैं, लेकिन आप हमेशा आप ही रहेंगे, इसलिए अपने प्रति सच्चे रहें और कभी भी किसी के लिए यह त्याग न करें कि आप कौन हैं। -- ज़ेन मलिक
- सच्चा क्रांतिकारी बनने के लिए आपको प्रेम को समझना होगा। प्रेम, त्याग और मृत्यु। -- सोनिया सांचेज
- "यह कहना पर्याप्त नहीं है कि हमें युद्ध नहीं करना चाहिए। शांति से प्रेम करना और उसके लिए बलिदान करना आवश्यक है।-- मार्टिन लूथर किंग जूनियर
- केवल वही समझ सकता है कि खेत क्या होता है, देश क्या होता है, जिसने अपने खेत या देश के लिए अपना कुछ हिस्सा कुर्बान कर दिया होगा, उसे बचाने के लिए संघर्ष किया होगा, उसे सुंदर बनाने के लिए संघर्ष किया होगा। -- एंटोनी डी सैंटो
- यदि आपका कोई सपना है, तो वह निश्चित रूप से कड़ी मेहनत, समर्पण, बलिदान, सब कुछ के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। -- कार्ली लॉयड
- सपने सच होते हैं, अगर केवल हम काफी मेहनत करते हैं। आप जीवन में कुछ भी पा सकते हैं यदि आप इसके लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देंगे। -- जेएम बैरी
- त्याग के बिना सफलता नहीं मिलती।-- टॉनिक मोतीहलाला
- महान उपलब्धि आमतौर पर महान बलिदान से पैदा होती है, और कभी भी स्वार्थ का परिणाम नहीं होती है।-- नेपोलियन हिल
- मेरे लिए, कोई भी वैचारिक या राजनीतिक विश्वास मानव जीवन के बलिदान को उचित नहीं ठहराएगा। मेरे लिए, जीवन का मूल्य निरपेक्ष है, बिना किसी रियायत के। यह परक्राम्य नहीं है।-- एडगर रामिरेज़
- हमें स्वस्थ पर्यावरण के लिए एक मजबूत अर्थव्यवस्था का त्याग करने की जरूरत नहीं है।-- डेनिस वीवर
- लेकिन जिसने वास्तव में बलिदान किया है वह जानता है कि वह चाहता था और बदले में कुछ मिला शायद अपने लिए कुछ - कि उसने यहां और अधिक पाने के लिए या कम से कम यह महसूस करने के लिए छोड़ दिया कि उसके पास 'अधिक' है। -- फ्रेडरिक नीत्शे
- जिन्होंने सब कुछ त्याग दिया, वे मुक्ति के मार्ग पर है, बाकी सब मोह जाल में फंसे हुए हैं। -- तिरुवल्लुवर
- स्थिरता किसी प्रकार के नैतिक बलिदान या राजनीतिक दुविधा या एक परोपकारी कारण की तरह नहीं हो सकती। यह एक डिजाइन चुनौती होनी चाहिए। -- बजर्के इंगल्स
- बिना दर्द, बिना त्याग के हमारे पास कुछ भी नहीं होगा। -- चक पालाह्न्युक
- महान कार्य के लिए महान त्याग की जरूरत होती हैं। -- स्वामी विवेकानन्द
- प्रेम के बिना त्याग नही होता है और त्याग के बिना प्रेम असंभव है। -- रवीन्द्रनाथ टैगोर
- नींद, थकान, भय, क्रोध आलस्य और बिलंब करने का स्वाभाव – इन अवगुणों को उन्नति के इच्छुक पुरुष को त्याग देना चाहिए। -- हितोपदेश
- जब जगत् का वियोग निश्चित है, तब धर्म के लिए परिवार से स्वयं पृथक् हो जाना अवश्य श्रेष्ठ है। -- अश्वघोष
- इच्छाओं का त्याग करने वाले यात्रियों.के गुण गाना उतना ही असंभव है, जितना संसार में अब तक मरे जीवो की गिनती करना। -- श्री निक्वार्क
- कोई भी मनुष्य स्वयं के लिए गुलाब नहीं उगाता। आनंद प्राप्ति के लिए सुंदरता को दुसरो के साथ बांटने से ही उसकी प्राप्ति में वृद्धि होती है। -- चेस्टर चार्ल्स
- संसार में सबसे बड़ा अधिकार.सेवा और त्याग से प्राप्त होता है। -- प्रेमचंद
- त्याग के अतिरिक्त और कहां वास्तविक आनन्द मिल सकता है, त्याग के बिना न ईश्वर प्रेरणा हो पाती है, न प्रार्थना। -- रामतीर्थ
- प्राणों का मोह त्याग करना, वीरता का रहस्य हैं। -- जयशंकर प्रसाद
- छोटी वस्तुओं की अपेक्षा बड़ी वस्तुओं का त्याग सरल है। -- माल्टेन
- जिस त्याग में कड़वाहट है, वह शांति का मार्ग नही। -- मुनि गणेश वर्णी
- जिस आदमी ने अपना सब कुछ दे दिया है उसे देना नही है, पाना है। -- शरत्चन्द्र
- त्याग के समान कोई सुख नहीं है। -- महाभारत
- कोई मनुष्य त्याग किए बिना सुख नहीं पाता, त्याग किये बिना परमात्मा को कोई नहीं पा सकता, और त्याग किये बिन निर्भय सो नहीं सकता, इसलिए तुम भी सब कुछ त्याग कर सुखी हो जाओ। -- वेदव्यास
- इन छः का त्याग कभी न करे – सत्य, दान, कर्म, क्षमा, धैर्य और गुरु। -- वेदव्यास
- जिसमें त्याग है, वही प्रसन्न है. बाकी सब गम का घर है। -- उमर खय्याम
- ऊंचाई पर पहुँचने के पश्चात बादल बनकर भलाई के लिए बरसो। -- नित्यानंद स्वामी
- दीपशिखा अपना अंग जलाकर ही प्रकाश उत्पन्न करती है। -- अमृतवर्धन
- आइए आज हम बलिदान दें ताकि हमारे बच्चे कल बेहतर हो सकें। -- ए पी जे अब्दुल कलाम
- आप बिना किसी त्याग के जीवन.में कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं। -- शकीरा
- मान त्याग देने पर मनुष्य सबका प्रिय हो जाता है, क्रोध छोड़ देने पर शोकरहित हो जाता है, काम का त्याग कर देने पर धनवान होता है और लोभ छोड़ देने पर सुखी हो जाता है। -- युधिष्ठिर
- भय नहीं अपितु प्रेम ही सच्चे त्याग का स्त्रोत है। -- श्रीकृष्ण प्रेम
- पूर्ण त्याग और ईश्वर में पूर्ण विश्वास ही हर चमत्कार का रहस्य है। -- स्वामी रामकृष्ण परमहंस
- ख़ुशी इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या दे सकते है इस पर नहीं कि आप क्या पा सकते हो। -- महात्मा गांधी
- त्याग के बिना किसी स्वार्थ की प्राप्ति की नहीं होती। -- रवीन्द्रनाथ ठाकुर
- जिसकी कलाएं देवताओं ने पी डाली है, ऐसा क्षीण चन्द्रमा वृद्धिगत चन्द्रमा की अपेक्षा अधिक प्रशंसनीय है। -- कालिदास
- कुल की रक्षा के लिए एक मनुष्य का, ग्राम की रक्षा के लिए कुल का, देश की रक्षा के लिए ग्राम का और आत्मा की रक्षा के लिए पृथ्वी का त्याग कर देना चाहिए। -- वेदव्यास
- मुझे लंबे समय से विश्वास है कि बलिदान देशभक्ति का शिखर है। -- बॉब रिले
- त्याग और बलिदान किए बिना यदि तुम ज्ञान प्राप्त करना चाहते हो तो उसका देवता तुम्हारे लिए द्वार नहीं खोलेगा। इस संसार में कुछ भी पाने के लिए उसका मूल्य चुकाना ही पड़ता है। -- स्वेट मार्डन
- त्याग के बिना कोई बदलाव नहीं है। -- ग्लोरिया एलेड
- हम अक्सर भूल जाते हैं कि विकास को त्याग की आवश्यकता है। -- अल्बर्टो
- जो मनुष्य त्याग करता है और दुःख मानता है, उसने त्याग किया ही नही है, सच्चा त्याग सुखद होता है, मनुष्य को ऊँचा ले जाता है। -- महात्मा गांधी
- आवश्यकताएं कम करे आवश्यकताएं जितनी कम होगी, उतना ही अधिक सुख होगा। -- स्वामी रामतीर्थ
- मान को त्याग देने पर मनुष्य प्रिय होता है. क्रोध को त्याग कर शोक नही करता. काम को त्याग कर वह अर्थवान्लेकिन आप जो हैं उसका त्याग करना और बिना विश्वास के जीना, यह मरने से ज्यादा भयानक भाग्य है।-- वेदव्यास
- पाने से पहले दीजिये। -- नेपोलियन हिल
- संसार में सबसे बड़े अधिकार सेवा और त्याग से मिलते है। -- प्रेमचन्द
- त्याग और उपलब्धि एक ही सिक्के के दो पहलू है। -- सुभाषचन्द्र बसु
- जिसने इच्छा का त्याग किया है, उसे घर छोड़ने की क्या आवश्यकता है और जो इच्छाओं का बंधुआ है, उसको वन में रहने से क्या लाभ हो सकता है? सच्चा त्यागी जहां रहे, वहीं वन और वहीं वन-कन्दरा है। -- महाभारत
- आइये अपने वर्तमान की कुर्बानी दे दें ताकि हमारे बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके। -- अब्दुल कलाम
- जिस आदमी की त्याग की भावना अपनी जाति.से आगे नहीं बढ़ती, वह स्वयं स्वार्थी होता है और अपनी जाति को भी स्वार्थी बनाता है। -- महात्मा गांधी
- बाहर और भीतर जो कुछ भी मन को फँसाने वाली चीजें हैं, उन सब को छोड़ने से मनुष्य त्यागी होता है. केवल घर छोड़ देने से त्याग की सिद्धि नहीं होती। -- वेदव्यास
- जिसमें त्याग भाव नहीं है, वह सेवा का काम नही कर सकता। -- महात्मा गाँधी
- अपना जीवन लेने के लिए नहीं, देने के लिए है। -- विवेकानन्द
- सर्वस्व का त्याग मोक्ष है. मेरा मन मोक्ष चाहता है. यदि मुझे सब कुछ छोड़ ही देना है तो अच्छा हो कि उसे प्राणियों को दे दिया जाय। -- बोधिचर्यावतार
- अपने जुनून का पालन करें, कड़ी मेहनत और त्याग के लिए तैयार रहें, और सबसे ऊपर, किसी को भी अपने सपनों को सीमित न करने दें। -- डोनोवन बेली