ज्ञान
तथ्यों की जागरूकता या सक्षम होना
- अक्रोधो वैराग्यो जितेन्द्रियश्च क्षमा दया सर्वजनप्रियश्च।
- निर्लोभो मदभयशोकरहितो ज्ञानस्य एतत् दश लक्षणानि॥
- ज्ञान के ये दश लक्षण हैं- क्रोध न करना, वैराग्य, इन्द्रियों पर विजय, क्षमा, दया, सभी जनों को प्रिय, लोभ रहित, मद से रहित, भयरहित, शोकरहित।
- ज्ञानं तु द्विविधं प्रोक्तं शाब्दिकं प्रथमं स्मृतम् ।
- अनुभवाख्यं द्वितीयं तुं ज्ञानं तदुर्लभं नृप ॥
- हे राजा ! ज्ञान दो प्रकार के होते हैं; एक तो स्मृतिजन्य शाब्दिक ज्ञान, और दूसरा अनुभवजन्य ज्ञान जो अत्यन्त दुर्लभ है।
- न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते !!
- इस सम्पूर्ण संसार में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ भी नहीं है।
- अज्ञेभ्यो ग्रन्थिनः श्रेष्ठा, ग्रंथिभ्यो धारिणो वराः।
- धारिभ्यो ज्ञानिनः श्रेष्ठा, ज्ञानिभ्यो व्यवसायिनः।।
- अनपढ़ों की अपेक्षा पुस्तक पढ़ने वाले श्रेष्ठ हैं। पुस्तक पढ़ने वालों की अपेक्षा अर्थ को धारण करने वाले श्रेष्ठ हैं। ग्रंथों के अर्थ को धारण करने वालों की अपेक्षा ज्ञानी श्रेष्ठ हैं। ज्ञानियों की अपेक्षा अर्थ को क्रियान्वित करने वाले श्रेष्ठ हैं।
- यो हि वेदे च शास्त्रे च ग्रन्थधारणतत्परः।
- न च ग्रन्थार्थतत्त्वज्ञस्तस्य तद्धारणं वृथा॥
- भारं स वहते तस्य ग्रन्थस्यार्थं न वेत्ति यः ।
- यस् तु ग्रन्थार्थ तत्त्वज्ञो नास्य ग्रन्थागमो वृथा ॥ -- महाभारत
- जो वेद और शास्त्र के ग्रन्थों को कण्ठस्थ करने में तत्पर रहता है और उन ग्रन्थों के अर्थ के तत्त्व को नहीं समझता, उसका कण्ठस्थ करना व्यर्थ है।
- यदि कोई किसी ग्रन्थ का सही अर्थ नहीं जानता है तो वह उस ग्रन्थ का भार ढोता है। जो उस ग्रन्थ का अर्थ समझ गया है उसका उस ग्रन्थ को पढ़ना व्यर्थ नहीं है।
- सुख दुःख या संसार में , सब काहू को होय ।
- ज्ञानी काटे ज्ञान से , मूरख काटे रोय ॥
- बार-बार और लगतार प्रश्न पूछना ज्ञान प्राप्ति की पहली कुंजी है। -- Peter Abelard (1079–1142)
- किस चीज को अनदेखा किया जाय, इसे जानने की कला ही ज्ञानी होने की कला है। -- विलियम जेम्स, The Principles of Psychology (1890), Ch. 22
- समय के महत्वहीन होने का अनुभव करना ही ज्ञान का द्वार है। -- बर्ट्रंड रसल, Our Knowledge of the External World (1914), p. 167
- सभी ज्ञानपरक कहावतों को संतुलित करने के लिये उनके उल्टी कहावतें भी मिल जायेगीं जो उतनी ही ज्ञानपरक होतीं है। -- जॉर्ज सन्तायन, The Life of Reason, Vol. 5 (1906), Ch. 8
- बिना खाली समय गँवाये, ज्ञानी नहीं बना जा सकता। -- प्राचीन यहूदी ज्ञान, डब्ल्यू बी यीट्स द्वारा १९२३ में उद्धृत
- अपनी अज्ञानता का अहसास होना ज्ञान की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है।
- अविद्या के अन्धकार से निकलकर ज्ञान के प्रकाश की और बढ़ो। -- अथर्ववेद
- आत्म-ज्ञान सर्वश्रेष्ठ ज्ञान है। -- डॉ० राधाकृष्णन
- आपका यह जानना की आप क्या जानते है और क्या नहीं जानते - यही सच्चा ज्ञान है। -- कन्फ़ुसिअस
- इस विश्व में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ नहीं है। -- योगीराज श्रीकृष्ण
- इस संसार में ज्ञान के समान पवित्र करने वाला निःसंदेह कुछ भी नहीं हैं -- वेदव्यास
- उस ज्ञान का कोई लाभ नहीं जिसे आप काम में नहीं लेते। -- एंटन चेखोव
- किसी भी आदमी का ज्ञान उसके अनुभव से पर नहीं जा सकता है। -- जॉन लॉक
- किसी व्यक्ति में कितना ज्ञान है, इसका पता इस बात से लगता हैं कि उसका मन विषयों में कितना अटका हुआ है या उनसे मुड़ा हुआ हैं। -- तुलसीदास
- क्रिया के बिना ज्ञान भार है। -- उपनिषद
- गाली के उत्तर में मूर्ख गाली दे बैठते है, ज्ञानी मौन से जवाब देते हैं। -- प्रेमचंद
- जब ज्ञान इतना घमंडी बन जाए कि वह रो न सके, इतना गंभीर बन जाए कि हँस न सके और इतना आत्म-केंद्रित बन जाए कि अपने सिवा और किसी की चिंता न करे, तो वह ज्ञान अज्ञान से भी ज्यादा खतरनाक होता है। -- खलील जिब्रान
- जिसने एक बार भी ज्ञान रुपी अमृत का स्वाद ले लिया, वह सब कार्यों को छोड़कर उसी की ओर दौड़ पड़ता है। -- जाबालोपनिषद
- जिसे ज्ञान है वह समझता है कि विद्व्ता नहीं, बल्कि उसे उपयोग में लाने की कला का नाम ज्ञान है। -- एटील
- जिसे हम नहीं जान सकते उसे जानना ही ज्ञान है। -- राल्फ वाल्डो एमर्सन
- जीवन एक चूक है, और मृत्यु एक ज्ञान है। -- शिलर
- जो दूसरों को जानता है, वह विद्वान है। जो स्वयं को जानता है वह ज्ञानी। -लाओत्से
- ज्ञान का अंतिम लक्ष्य चरित्र-निर्माण होना चाहिए। -- महात्मा गाँधी
- ज्ञान का मूल्य बहुमूल्य रत्न से भी अधिक है। -- निराला
- ज्ञान का लक्ष्य सत्य है, और सत्य आत्मा की भूख है। -- लेसिंग
- ज्ञान के बिना मुक्ति नहीं। -- संस्कृत सूक्ति
- ज्ञान तीन प्रकार से मिल सकता है – मनन से, जो सबसे श्रेष्ठ होता है, अनुसरण से, जो सबसे सरल होता है और अनुभव से, जो सबसे कड़वा होता है। -- कन्फ्यूशियस
- ज्ञान भी जब सीमा के बाहर हो जाता है तो नास्तिकता के क्षेत्र में जा पहुंचता हैं। -- प्रेमचंद
- ज्ञान वह पंख है जिसके द्वारा हम स्वर्ग की ओर उड़ते हैं। -- शेक्सपीयर
- ज्ञान शक्ति है। -- फ्रांसिस बेकन
- ज्ञान से ही मुक्ति होती है। -- सांख्य
- ज्ञानी पुरुष विवेक से सीखते हैं , साधारण मनुष्य अनुभव से, अज्ञानी आवश्यकता से और पशु स्वभाव से। -- सिसरो
- ज्ञानी मनुष्य इस जगत को स्वर्ग में परिवर्तित कर सकता है। -- स्वामी शिवानंद
- ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है। -- भगवत गीता
- झूठे ज्ञान से खबरदार रहिये ये अज्ञान से भी ज्यादा खतरनाक है। -- जोर्ज बर्नार्ड शॉ
- थोड़ा ज्ञान अगर भयंकर है तो कहाँ है वह आदमी, जिसे इतना अधिक ज्ञान है कि वह खतरे बिल्कुल दूर है। -- टी०एच० हक्सले
- पक्के ज्ञान की एक मात्र पहचान है, सिखाने की शक्ति। -- अरस्तू
- प्रयोग, ज्ञान की सही विधि है। -- विलियम ब्लेक
- बुद्धि की पहचान ज्ञान नहीं है बल्कि कल्पना है। -- अलबर्ट आइंस्टाईन
- भयउ प्रकास कतहुँ तम नाहीं।
- ज्ञान उदय जिमि संसय नाहीं॥ -- तुलसीदास
- मनुष्य जितना ज्ञान में घुल गया हो, उतना ही वह कर्म के रंग में रंग जाता है। -- विनोबा भावे
- मुझे यह इकरार करने में तनिक भी लज्जा नहीं है कि मैं इस बात से पूर्णतया अनभिज्ञ हूँ कि मुझे किन-किन चीजों का ज्ञान नहीं हैं। -- सिसरो
- लोगो को ज्ञान दो, वे अपना रास्ता स्वयं ढूंढ लेंगे। -- कार्ल मार्क्स
- लोभ को केवल एक ही शास्त्र से काटा जा सकता हैं, और वह है ज्ञान। ज्ञान के अतिरिक्त इस महारोग की अन्य औषधि नहीं हैं। -- रामकृष्ण परमहंस
- संदेह ज्ञान के साथ बढ़ता है। -- जोहन फोल्गंग वों गाथ
- सब दानों में ज्ञान का दान ही श्रेष्ठ दान है। -- मनुस्मृति
- सांख्य के समान कोई ज्ञान नहीं है और योग के समान कोई बल नहीं हैं। -- वेदव्यास
- सूचना ज्ञान नहीं है। -- अलबर्ट आइंस्टीन
- हम सब ज्ञान से युक्त हों, ज्ञान के साथ हमारा कभी वियोग न हो। -- अथर्ववेद
- हमारी बुद्धि और हमारा ज्ञान कितना ही संदेहरहित हो, किन्तु इसने हमारे जीवन का प्रयोजन समझने की शक्ति हमें नहीं दी है। -- टॉलस्टॉय
- हमेशा ही विश्वास के खिलाफ लड़ना ज्ञान के खिलाफ लड़ने से अधिक कठिन होता है। -- अडोल्फ़ हिटलर
इन्हें भी देखें
सम्पादन- बुद्धिमानी (wisdom)
- प्रज्ञा
- सूचना
- विद्या