चापलूसी
- चापलूसी का जहरीला प्याला आपको तब तक नुकसान नहीं पहुंचा सकता, जब तक कि आपके कान उसे अमृत समझकर पी न जाएं। -- प्रेमचन्द
- काम, क्रोध, लोभ, स्वादिष्ट पदार्थों की इच्छा, शृंगार, खेल-तमाशे, अधिक सोना और चापलूसी करना – हर विद्यार्थी को इन आठ दुर्गुणों को छोड़ देना चाहिए। -- चाणक्य
- नकल करना, चापलूसी का सबसे अच्छा तरीका है। --Charles Caleb Colton, Lacon, vol. I (1820), p. 127, # 217