राज्य तीन शक्तियों के अधीन होता है- मन्त्र, प्रभाव और उत्साह। - दण्डी, दशकुमारचरितम् में
मन्त्रेण हि विनिश्चयोऽर्थानाम् प्रभावेण प्रारम्भः, उत्साहेन निर्वहणम्। - दशकुमारचरितम्
मन्त्र से अर्थ (क्या करना चाहिये, क्या नहीं) का निर्धारण होता है, प्रभाव से प्रारम्भ होता है, उत्साह से कार्य का निर्वहन (आगे बढ़ाते रहना) होता है।
उत्साहसम्पन्नमदीर्घसूत्रं क्रियाविधिज्ञं व्यसनेष्वासक्तम्।
शूरं कृतज्ञं दृढ़सौहृदं च लक्ष्मीः स्वयं याति निवासहेतोः॥
जो उत्साह से भरा हुआ है, आलसी नहीं है, कार्य की विधि को जानता है, व्यसनों से से मुक्त है, पराक्रमी है, कृतज्ञ और लोगों की भलाई चाहने वाला है उसके पास लक्ष्मी (धन-संपदा) स्वयं चलकर निवास करने आती हैं।
यत्रोत्साहसमारम्भो यत्रालस्य विहीनता।
नयविक्रम संयोगस्तत्र श्रीरचला ध्रुवम्॥ - पञ्चतन्त्र
जहाँ उत्साह है, आरम्भ (पहल) है, और आलस्य नहीं है, नय (नीति) और पराक्रम का समुचित समन्वय है, वहाँ से लक्ष्मी कहीं और नहीं जाती, यह निश्चित है।
उत्साहो बलवानार्य नास्त्युत्साहात्परं बलम्।
सोत्साहस्य च लोकेषु न किञ्चिदपि दुर्लभम्॥ - वाल्मीकि रामायण
हे आर्य, उत्साह बलवान है, उत्साह से बड़ा बल कोई नहीं है। जिसके पास उत्साह है उसको संसर में कुछ भी दुर्लभ नहीं है।
जिनमें उत्साह नहीं होता, मित्र भी उनके दुश्मन हो जाते हैं। जिनमें उत्साह हो, शत्रु भी उनकी मित्रता स्वीकार करते हैं। - कौटिल्य
अधिकांश अवसरों पर साहस को परीक्षा द्वारा जीवित रखना होता है। संतुलित उत्साह सफलता की कुंजी है। - अलफांसो
भय का जो स्थान दुःख वर्ग में है, उत्साह का वही स्थान आनन्द वर्ग में है। - रामचन्द्र शुक्ल
बिना उत्साह के कभी किसी उच्च लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती। - इमर्सन
दुर्लभ कुछ भी नहीं, यदि उत्साह का साथ न छोड़ा जाए। - वाल्मीकि
उत्साह आदमी की मान्यशीलता का पैमाना हैं। - तिरुवल्लुवर
उत्साहित होने का नाटक कीजिये और आप उत्साहित हो जायेंगे। - डेल कार्नेगी
उत्साह एक अलौकिक शांति है। - हेनरी डेविड थोरयू
यदि आप उत्साही बनना चाहते हैं, उत्साहित होकर काम करें। - डेल कार्नेगी
एक उत्साही टीम के साथ आप लगभग सब कुछ हासिल कर सकते हैं। - ताहिर शाह
आपके सबसे महत्वपूर्ण क्षमता, उत्साह के साथ जीतना और उसी उत्साह के साथ हारने के लिए भी तैयार रहने की क्षमता है। - Meir Ezra
जीवन को बच्चे के जैसे आश्चर्य और उत्साह के साथ जियो। - Avina Celeste
कोई मनुष्य कितना भाग्यशाली होगा, यह उसके उत्साह के आधार पर हम जान सकते हैं।
अपने उत्साह को दूसरों की नकारात्मकता और भय से बचाएं।