• सत्यं रूपं श्रुतं विद्या कौल्यं शीलं बलं धनम्।
शौर्यं च चित्रभाष्यं च दशेमे स्वर्गयोनयः॥
सत्य, रूप, शास्त्रज्ञान, विद्या, कुलीनता, शील, बल, धन, शूरता और वाक्पटुता ये दस लक्षण स्वर्ग के कारण हैं।
  • जिस दिन धरती को स्वर्ग में परिणत कर दिया जायगा, उसी दिन आकाश का स्वर्ग ढ़ह पड़ेगा। आकाश-पाताल के स्वर्ग-नर्क को कायम रखने के लिए, उसके नाम पर बाजार चलाने के लिए, जरूरत है, धरती पर स्वर्ग-नर्क की, राजा-रंक की, दास-स्वामी की। -- राहुल सांकृत्यायन
  • स्वर्ग एक वास्तविक स्थान है. जितना अधिक हम इसके बारे में जानते हैं, उतना ही हमें इसकी आशा करनी चाहिए. जैसा कि मैंने अक्सर सुझाव दिया है, स्वर्ग तैयार लोगों के लिए एक तैयार जगह है। -- डॉन पाइपर
  • स्वर्ग का अर्थ है ईश्वर के साथ एक होना। -- कन्फ्यूशियस
  • जिसकी पत्नी अनुकूल है, उसका स्वर्ग यहीं है और जिसकी पत्नी प्रतिकूल है, उसका नर्क यहीं है। -- दक्ष स्मृति