"तेनजिन ग्यात्सो": अवतरणों में अंतर

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* प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है.ये आप ही के कर्मों से आती है. ~ दलाई लामा
 
* यदि आप दूसरों को प्रसन्न देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें. यदि आप स्वयम प्रसन्न रहना चाहते हैं तो भी करुणा का भाव रखें. ~ दलाई लामा
 
* सभी प्रमुख धार्मिक परम्पराएं मूल रूप से एक ही संदेश देती हैं – प्रेम, दया,और क्षमा, महत्वपूर्ण बात यह है कि ये हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होनी चाहियें.