"सुभाषित सहस्र": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति १३४:
गोपाल शेवड़े </P>
<P>साहित्य का कर्तव्य केवल ज्ञान देना नहीं है , परंतु एक नया वातावरण देना भी है
।<BR>—
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<P><STRONG><FONT color=#0000ff>संगति / सत्संगति / कुसंगति / मित्रलाभ / एकता /
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