"कार्ल मार्क्स": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति १:
==कार्ल मार्क्स==
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* धर्म लोगों का अफीम है.
पंक्ति ११:
* बहुत सारी उपयोगी चीजों के उत्पादन का परिणाम बहुत सारे बेकार लोग होते हैं.
* धर्म मानव मस्तिष्क जो न समझ सके उससे निपटने की नपुंसकता है.
==कविता==
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