"ईसा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति ८:
* भला उस आदमी को क्या लाभ, यदि वह पूरी दुनिया पा जाये और अपनी आत्मा खोने की पीड़ा सहे ?
* और यह समझो कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ; हाँ, काल के अंत तक.
==कविता==
|