"ब्रूस ली": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति १०:
* गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
* चीजों को ऐसे लें जैसी वे हैं। जब घूँसा मारना हो तब घूंसा मारें। जब लात मारनी हो लात मारें।
==कविता==
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