"अब्राहम लिंकन": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति १४:
* किसी वृक्ष को काटने के लिए आप मुझे छ: घंटे दीजिये और मैं पहले चार घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाऊंगा.
* मैं जो भी हूँ, या होने की आशा करता हूँ, उसका श्रेय मेरी माँ को जाता है.
==कविता==
|