"भारत": अवतरणों में अंतर
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';गायन्ति देवा: किल गीतकानि धान्यास्तु ये भारतभूमिभा...' के साथ नया पन्ना बनाया |
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;गायन्ति
;स्वर्गापवर्गास्पदहेतुभूते भवन्ति
– अर्थात् स्वर्ग और अपवर्ग (मोक्ष-कैवल्य) के मार्ग स्वरूप भारत-भूमि को धन्य धन्य कहते हुए देवगण इसका शौर्य-गान गाते हैं। यहां पर मनुश्य जन्म पाना देवत्व पद प्राप्त करने से भी बढकर है।
;एत देश प्रसूतस्य सकाशादग्र
;स्वं स्वं चरित्र शिक्षेरन् पृथिव्यां सर्व मानवा: ।।
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