"प्रज्ञा सुभाषित-3": अवतरणों में अंतर

New page: 201) अवसर की प्रतीक्षा में मत बैठों। आज का अवसर ही सर्वोत्तम है। 202) दो याद र...
 
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300) जाग्रत्‌ अत्माएँ कभी अवसर नहीं चूकतीं। वे जिस उद्देश्य को लेकर अवतरित होती हैं, उसे पूरा किये
बिना उन्हें चैन नहीं पड़ता।
 
[[श्रेणी:लोकोक्तियाँ]]