"संस्कृत की सूक्तियाँ": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति १०८:
क्षमावन्तो निराकाराः काष्ठे ऽग्निरिव शेरते ॥
सन्तोषः परमो लाभः सत्सङ्गः परमा गतिः ।
विचारः परमं ज्ञानं शमो हि परमं सुखम् ॥
Contentment is the highest gain, Good Company the highest course, Enquiry the highest wisdom, and Peace the highest enjoyment.
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