"स्त्री": अवतरणों में अंतर

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* ''यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता।'' -- मनुस्मृति
: जहाँ नारियों का आदर होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं।
 
* ''शोचन्ति जामयो यत्र विनश्यत्याशु तत्कुलम्।
: ''यत्रैतास्तु न शोचन्ति ह्मप्रासीदन्ति वर्धते तद्धि सर्वदा॥'' -- मनुस्मृति ३/५७
: जिस परिवार में स्त्री (ह्ममाता, पत्नी, बहन, पुत्री) दु:खी रहती है उस परिवार का नाश होता है तथा जिस परिवार में वो सुखी रहती है वह परिवार समॄद्ध रहता है.
 
* ''जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।'' -- वाल्मीकि रामायण