"स्त्री": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति २१:
* एक नारी के लिए अपने पति का प्यार और बेटे के लिए माँ की ममता के आगे रानी का पद भी तुच्छ है।
* एक नारी ही कभी माँ, कभी [https://betijivan.blogspot.com/2022/11/-Wife-Post%20.html पत्नी], कभी बहन तो कभी [https://betijivan.blogspot.com/?m=1 बेटी] बनकर पुरुषो की सेवा करती है।
* एक नारी ही होती है जो माँ, बहन, बेटी और पत्नी का फर्ज निभाती है।
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