"स्त्री": अवतरणों में अंतर

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पंक्ति २:
: जहाँ नारियों का आदर होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं।
 
* ''जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।'' -- वाल्मीकि रामायण
: जननी (माँ) और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग से भी महान हैं।
 
पंक्ति १३:
* अगर आप किसी स्त्री का प्यार पा लेते है तो समझिये आपने जीवन जीने का आधार पा लिया है।
 
* आप अपने फर्ज से मुख मोड़ सकते हैहैं लेकिन एक स्त्री अपने फर्ज को कभी अधुराअधूरा नहीनहीं छोडती है।छोडती।
 
* आप तभी सम्मान पाते हैहैं जब आप स्त्री का सम्मान करते है।हैं।
 
* एक नारी कुछ भी करने की सामर्थ्य रखती है लेकिन कभी भी वह अपने इच्छा के विरुद्ध प्रेम नही कर सकती है।