"क्रांति": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) '* क्रांतियाँ इतिहास के इंजिन हैं। -- कार्ल मार्क्स *...' के साथ नया पृष्ठ बनाया |
छो स्वच्छ |
||
पंक्ति ५०:
* काम है मेरा बगावत नाम है मेरा शबाब
: मेरा नाम इंकिलाबो-इंकिलाबों-इंकिलाब।
: -- ‘जोश’ मलीहावादी
* हमने माना जंग कड़ी है सर फूटेगे, खून बहेगा
: खून में गम भी बह जायेगे, हम न रहेंगे, गम भी न रहेगा।
: -- ‘फैज’
|