उद्धरण एक बार के [[विश्व|लौकिक]] और [[स्वर्ग|उदात्त]] सूक्तियों का संग्रह होता है। उनके मूल में जो भी दार्शनिक स्वरूप, देश, प्रजाति अथवा धर्म हो; चाहे वो गम्भीर हों अथवा सनकी हों; चाहे उनके सृजक प्रसिद्ध हों अथवा कुख्यात, उद्धरण अच्छी तरह से चुने हुये शब्दों का अल्प मात्रा में किये हुये परिष्कृत ज्ञान का सार होते हैं।
उनका तरिका उनके सृजक की समझ, अपने जीवन में सोचने, हँसने अथवा केवल भाषा पर उनकी श्रेष्ठता प्रशंसा के लिए हमें [[w:प्रेरणा|प्रेरित]] करता है। हालांकि हम उन्हें समाज का सामूहिक अंतर्दृष्टि को संक्षेप में उद्धरित करने, ज्ञान की विरासत आगे पारित करने और एक पीढ़ी से अगली तक भेजने के लिए करते हैं।