"प्रकृति": अवतरणों में अंतर

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* अगर कोई तरीका दूसरे तरीके से बेहतर है तो आप निश्चित रूप से कह सकते हैं कि वो प्रकृति का तरीका है। -- अरस्तु
==प्रकृति==
 
* अनुकूल बनें या नष्ट हो जाएं, अब या कभी भी, यही प्रकृति कि निष्ठुर अनिवार्यता है। -- एच. जी. वेल्स
* सभी चीजें कृत्रिम हैं, क्योंकि प्रकृति ईश्वर की कला है।
* और वो दिन आ गया जब कली के अन्दर बंद रहने का जोखिम खिलने के जोखिम से अधिक दर्दनाक था।
* अपनी जड़ों की गहराइयों में सभी फूल प्रकाश रखते हैं।
 
* अपना चेहरा सूरज की तरफ रखिए, आपको कोई परछाईं नहीं दिखेगी! -- हेलेन केलर
==कविता==
 
* अपनी जड़ों की गहराइयों में सभी फूल प्रकाश रखते हैं। -- थीओडोर रोएथ्के
==बाहरी कडियाँ==
 
* अपनी पहली सांस लेने के पहले के नौ महीने छोड़ दिया जाए तो इंसान अपने काम इतने अच्छे ढंग से नहीं करता जितना कि एक पेड़ करता है । -- जार्ज बर्नार्ड शा
 
* आशा ही एक ऐसी मधुमक्खी है जो बिना फूलों के शहद बनाती है। -- राबर्ट ग्रीन इन्गेर्सोल
 
* ऐसे ग्रहों के लोग जाहाँ फूल ना हों, यही सोचेंगे की हम हर समय ख़ुशी से पागल रहते होंगे कि हमारे पास ऐसी चीजें हैं। -- आइरिस मर्डोक
 
* और वो दिन आ गया जब कली के अन्दर बंद रहने का जोखिम खिलने के जोखिम से अधिक दर्दनाक था। -- एनेस निन
 
* कुछ लोग बरसात में चहलकदमी करते हैं, और बाकी बस भीगते हैं। -- रोजर मिलर
 
* कुदरत को पढ़िए, कुदरत से प्रेम कीजिए उसके करीब रहिए। आप कभी निराश नहीं होंगे। -- फ्रैंक ल्योड राइट
 
* केटरपिलर जिसे दुनिया का अंत कहता है , मास्टर उसे तितली कहते हैं। -- रिचर्ड बैक
 
* केवल जी लेना काफी नहीं है… इंसान को धूप, आजादी और एक नन्हा सा फूल भी चाहिए। -- हैंस क्रिस्टियन एंडरसन (डेनमार्क के लेखक)
 
* चिड़िया तूफान के बाद भी गाती है, जो बच गया उसका मनुष्य भी क्यों नहीं जश्न मनाता है? -- रोज़ केनेडी (अमेरिकी समाजवादी)
 
* चीजों के प्रकाश में सामने आओ, प्रकृति को को अपना शिक्षक बनने दो। -- विल्लियम वर्डस्वर्थ
 
* जब प्रकृति को कोई काम कराना होता है तो वो किसी प्रतिभा को जन्म दे देती है। -- राल्फ वाल्डो एमर्सन
 
* जहां भी आप जाएं, मौसम चाहे कोई भी हो अपना सूरज और अपनी धूप साथ रखें। -- एंथनी जे. डी’एंजेलो
 
* जो बागीचे में बदसूरत लगेगा वो पहाड़ों पर खूबसूरती बढाता है। -- विक्टर ह्यूगो
 
* दरअसल बसंत प्रकृति के यह कहने का अपना तरीका है कि ‘चलो जश्न मनाएं’! -- रॉबिन विलियम्स (अमेरिकी हास्य अभिनेता)
 
* धरती माता इस साल भले माफ़ कर दें या अगले साल भी, पर अंततः में वो आएँगी और आपको सजा देंगी। आपको तैयार रहना होगा। -- गेरालडो रिवेरा
 
* धरती माता की हंसी फूल बनकर खिलती है। -- राल्फ वाल्डो एमर्सन
 
* पक्षी तूफ़ान गुजरने के बाद भी गाना गाते हैं; क्यों नहीं लोग भी जो कुछ बचा है उसी में प्रसन्न रहने के लिए खुद को स्वतंत्र महसूस करते हैं । -- रोज़ केन्नेडी
 
* पतझड़ एक दूसरा बसंत ही तो है, जिसमें सारे पत्ते फूल बन जाते हैं। -- अल्बर्ट कामू (फ्रेंच विचारक)
 
* पतझड़ एक दूसरे बसंत की तरह है जब सभी पत्तियां फूल बन जाती हैं। -- अल्बर्ट कैमस
 
* पानी की याददाश्त उत्तम होती है,वो हमेशा वहीं जाने का प्रयास करता है जहाँ वो था। -- टोनी मोरिसन
 
* पानी की याददाश्त भी कितनी कमाल की होती है। वह घूम फिरकर वहीं पहुंचता है जहां वह था। -- टोनी मॉरिसन (अमेरिकी उपन्यासकार और शिक्षिका)
 
* पृथ्वी और आकाश, जंगल और मैदान, झीलें और नदियाँ, पहाड़ और समुद्र, ये सभी बेहतरीन शिक्षक हैं और हम में से कुछ को इतना कुछ सीखाते हैं जितना हम किताबों से नहीं सीख सकते। -- जॉन लुब्बोक
 
* पृथ्वी फूलों में हंसती है। -- राल्फ वाल्डो एमर्सन
 
* प्रकृति उपदेश देने से अधिक सीखाती है। शिलाओं पर धर्मोपदेश नहीं लिखे होते। पत्थरों से नैतिकिता की बातें निकालने से आसान है चिंगारी निकालना। -- जॉन बर्रोज़
 
* प्रकृति कभी जल्दबाजी नहीं करती, फिर भी उसका सब काम होता है। -- लाओ त्जू (चीनी दार्शनिक)
 
* प्रकृति की सभी चीजों में कुछ ना कुछ अद्भुत है। -- अरस्तु
 
* प्रकृति को गहरी नजर से देखिए, तभी आप सब कुछ बेहतर समझ पाएंगे! -- अल्बर्ट आइंस्टीन (महान वैज्ञानिक)
 
* प्रकृति माँ इस साल भले माफ़ कर दें , या अगले साल भी, पर अंत में वो आएँगी और आपको सजा देंगी। आपको तैयार रहना होगा। -- गेरालडो रिवेरा
 
* प्रकृति में गहराई से देखिये, और आप हर एक चीज बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। -- ऐल्बर्ट आइन्स्टाइन
 
* प्रकृति में बिताया गया हर पल आपको आपकी तलाश से अधिक हासिल कराता है। -- जॉन म्यूर (अमेरिकी प्रकृतिविद, जिन्हें ‘फादर ऑफ नेशनल पार्क भी कहा जाता है)
 
* प्रकृति में, रोशनी से रंग बनता है। तस्वीर में रंग से रोशनी बनती है। -- हैंस हॉफमैन (जर्मन -- अमेरिकी चित्रकार)
 
* फूल सबसे प्यारी चीजें हैं जिसे भगवान ने बनाया पर उसमे आत्मा डालना भूल गए। -- हेनरी वार्ड बीचेर
 
* बसंत; प्रकृति का कहने का तरीका है कि ,” चलो जश्न मनाएं!” -- रोबिन विल्लियम्स
 
* बहुत सारे लोग सर पे बारिश की बूँद गिरने पर उसे कोसते हैं, और ये नहीं जानते की वही प्रचुरता में भूख मिटाने में वाली चीजें लेकर आती है। -- सेंट बैसिल
 
* बारिश होते वक़्त जो सबसे अच्छी चीज आप कर सकते हैं वो ये है कि आप बारिश होने दें। -- हेनरी वाद्स्वर्थ लोंग्फेल्लो
 
* मनुष्य ने आगे की चीजें देखने और अनुमान लगाने कि क्षमता गवां दी है। उसका अंत पृथ्वी का विनाश करने से होगा। -- ऐल्बर्ट स्च्वेत्ज़र
 
* मेरा मानना है कि यदि कोई हमेशा आकाश की तरफ देखे तो उसके पर निकल आयेंगे। -- गुस्ताव फ्लाबर्ट
 
* मेरा सोचना है कि मैं कभी एक पेड़ जितनी सुन्दर कविता नहीं देख पाऊंगा। -- जोयस किल्मर
 
* मैं भगवान में विश्वास रखता हूँ, बस मैं उसे प्रकृति कहता हूँ। -- फ्रैंक लोयड राईट
 
* मैंने जीवन में बहुत से तूफान देखे। कई ऐसे थे जो अचानक आए, और मुझे सिखा गए कि मौसम पर मेरा कोई अधिकार नहीं, और यह कि धैर्य एक विद्या है जो मुझे सीखनी है और प्रकृति का सम्मान करना है -- पाओलो कोएल्हो (ब्राजीलियन लेखन)
 
* मैंने पूरी ज़िन्दगी वहां कांटे निकालने और फूल लगाने का प्रयास किया है जहाँ वो विचारों और मन में बड़े हो सके। -- अब्राहम लिंकन
 
* यदि आकाश का नीलापन आपकी आत्मा को खुशियों से भर देता है, हरी घास के पत्तियों को निहारते हुए आपके अन्दर कुछ होता है, यदि कुदरत की छोटी-छोटी चीजें आपको संदेश देती प्रतीत होती हैं तो समझ लीजिए आपकी आत्मा जीवित है! -- एलियोनोरा ड्यूज
 
* यदि आप प्रकृति माता से अभिभूत नहीं होते तो समझ लीजिए आपके अंदर कुछ गड़बड़ है। -- एलेक्स ट्रेबेक (कैनेडियन टेलीविजन होस्ट)
 
* यदि आपको प्रकृति से सचमुच प्रेम है, तो सुंदरता आपको सर्वत्र दिखाई पड़ेगी। -- लॉरा इंगैल्स वाइल्डर (अमेरिकी लेखिका)
 
* ये मत भूलो की धरती तुम्हारे पैरों को महसूस करके खुश होती है और हवा तुम्हारे बालों से खेलना चाहती है। -- खलील गिबरान
 
* वो जो मधुमक्खी के छत्ते के लिए ठीक नहीं है वो मधुमक्खी के लिए भी अच्छा नहीं हो सकता। -- मार्कस औरेलियस
 
* वो सबसे धनवान है जो कम से कम में संतुष्ट है , क्योंकि संतुष्टि प्रकृति कि दौलत है । -- सुकरात
 
* सभी चीजें कृत्रिम हैं, क्योंकि प्रकृति ईश्वर की कला है। -- थोमस ब्राउन
 
* सभी फूल अपनी जड़ों की गहराइयों में प्रकाश रखते हैं। -- थीओडोर रोएथ्के
 
* सिर्फ जीना ही काफी नहीं है, आपके के पास धूप, स्वतंत्रता और एक छोटा सा फूल भी होना चाहिए। -- हैंस एन्डरसन
 
* हम मनुष्य के बनाए क़ानून तो तोड़ सकते हैं पर प्रकृति के नियमों को नहीं। -- जुल्स वेर्ने
 
* हर पहाड़ में रास्ते होते हैं, मगर वे रास्ते घाटी में खड़े होकर नहीं दिखाई पड़ते। -- थियोडोर रेत्के (अमरीकी कवि)
 
* हर फूल प्रकृति में खिली आत्मा है। -- गेरार्ड डी नेर्वल
 
==इन्हें भी देखें==
*[[पर्यवरण]]