"आरम्भ": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ' * शुभस्य शीघ्रम् (शुभ कार्य शीघ्रातशीघ्र आरम्भ करना चाहिये। * दीर्घसूत्री विनश्यति । (जो कार्य को आरम्भ करने में आलस्य करते हैं, उनका विनाश होता है।) * छोटा आरम्भ करो, श...' के साथ नया पृष्ठ बनाया |
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पंक्ति १:
* ''शुभस्य शीघ्रम्'' (शुभ कार्य शीघ्रातशीघ्र आरम्भ करना चाहिये।)
* ''दीर्घसूत्री विनश्यति'' । (जो कार्य को आरम्भ करने में आलस्य करते हैं, उनका विनाश होता है।)
* छोटा आरम्भ करो, शीघ्र आरम्भ करो।
पंक्ति १०:
* हजारों मील की यात्रा भी प्रथम चरण से ही आरम्भ होती है। -- चीनी कहावत
* प्रारम्भ के समान ही उदय भी होता है । ( ''प्रारम्भसदृशोदयः'' ) -- रघुवंश महाकाव्यम्
* प्रेरणा किसी कार्य आरम्भ करने में सहायता करती है और आदत उस कार्य को जारी रखने में सहायता करती है। -- विनोबा भावे
पंक्ति १८:
* निश्चित ही राज्य तीन शक्तियों के अधीन है । शक्तियाँ मंत्र , प्रभाव और उत्साह हैं जो एक दूसरे से लाभान्वित होकर कर्तव्यों के क्षेत्र में प्रगति करती हैं । मंत्र ( योजना , परामर्श ) से कार्य का ठीक निर्धारण होता है , प्रभाव ( राजोचित शक्ति , तेज ) से कार्य का आरम्भ होता है और उत्साह ( उद्यम ) से कार्य सिद्ध होता है । -- दसकुमारचरित
* जीवन की सबसे
* आरम्भ कर देना ही आगे निकल जाने का रहस्य है। -- सैली बर्जर
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