"दासता": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) ' * पराधीन सपनेहु सुख नाही। (तुलसीदास) * किसी राष्ट्र को प्रदूषित करने का सर्वोत्तम साधन शिक्षा व्यवस्था में नकल की प्रवृत्ति को प्रचलित करना है। देश/ प्रदेश की शिक्षा-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया |
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▲* पराधीन सपनेहु सुख नाही। (तुलसीदास)
* किसी राष्ट्र को प्रदूषित करने का सर्वोत्तम साधन शिक्षा व्यवस्था में नकल की प्रवृत्ति को प्रचलित करना है। देश/ प्रदेश की शिक्षा-प्रणाली की बर्बादी ही उस देश/प्रदेश की बर्बादी के लिए पर्याप्त है। (दक्षिण अफ्रीका के एक प्रोफेसर)
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