"भारत": अवतरणों में अंतर
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भारत (अंग्रेज़ी: Bharat, अंग्रेज़ी में: इंडिया, अंग्रेज़ी: India) (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य अंग्रेज़ी: Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है।
==सूक्तियाँ==
;गायन्ति देवाः किल गीतकानि धान्यास्तु ये भारतभूमिभागे। <br>
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;एतद्देशप्रसूतस्य सकासादग्रजन्मनः ।
;
— मनु
पुराने काल में , इस देश ( भारत ) में जन्में लोगों के सामीप्य द्वारा ( साथ रहकर ) पृथ्वी के सब लोगों ने अपने-अपने चरित्र की शिक्षा ली ।
: विविध देस मतहू विविध, भाषा विविध लखात।▼
;बाकी मगर है अब तक, नामो निशां हमारा▼
;कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी▼
;सदियों रहा है दुश्मन, दौर ए जहां हमारा▼
-- मुहम्मद इक़बाल▼
; यूनान मिश्र रोमां सब मिट। गये जहाँ से ।
▲-- मुहम्मद इक़बाल
'''भारत
-- श्री अरविन्द
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प्रतिबद्ध मैक्समूलर को भी यह सत्य स्वीकारना पड़ा- <br>
'''अगर कोई देश है जो मानवता के लिए पूर्ण और आदर्श है, तो एशिया की ओर ऊँगली उठाऊंगा जहाँ भारत है।'''
यदि मुझसे पूछा जाये कि किस आकाश के नीचे मानवीय मस्तिष्क ने अपने कुछ चुनिन्दा उपहारों को विकसित किया है, जीवन की सबसे बड़ी समस्याओं पर गहन विचार किया है और उनके हल निकाले है, तो मैं भारत की तरफ़ इशारा करूँगा।''' – मैक्स मूलर'''
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'''जब तुम भारत के सान्निध्य में आओगे तो तुम्हें अनश्वर शांति का दिव्य मार्ग मिलेगा।'''
भारत हमारी सम्पूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है। भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबों के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शाशन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है।
;— विल्ल डुरान्ट , अमरीकी इतिहासकार
भारत हमें एक परिपक्व मन की सहिष्णुता और नम्रता, भावनाओं को समझान और समेकक करना , और सभी मनुष्यों को प्रेम से संतुष्ट करना सिखाएगा।
प्रसिद्ध दार्शनिक शापेन हावर ने कहा था-▼
; – विल ड्यूरैंट
हम भारतीयों के बहुत ऋणी हैं जिन्होने हमे गिनना सिखाया, जिसके बिना कोई भी मूल्यवान वैज्ञानिक खोज सम्भव नही होती।
;— अलबर्ट आइन्स्टीन
▲प्रसिद्ध दार्शनिक '''शापेन हावर''' ने कहा था-
'''जब यूरोप के लोग भरतीय दर्शन के सम्पर्क में आयेंगे तो उनके विचार और आस्थाएँ बदलेंगी। वे बदले हुवे लोग यूरोप के विचारों और विश्वास को प्रभावित करेंगे। आगे चलकर यूरोप में ही ईसाई-धर्म को संकट उत्पन्न हो जाएगा।'''
▲* भारत में सब भिन्न अति, ताहीं सों उत्पात<Br/>
भारत मानव जाति का पलना है , मानव-भाषा की जन्मस्थली है , इतिहास की जननी है , पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है।
▲:विविध देस मतहू विविध, भाषा विविध लखात।
; — मार्क ट्वेन
▲** [[भारतेंदु हरिश्चंद्र]]
यदि इस धरातल पर कोई स्थान है जहाँ पर जीवित मानव के सभी स्वप्नों को तब से घर मिला हुआ है जब मानव अस्तित्व के सपने देखना आरम्भ किया था , तो वह भारत ही है।
;— फ्रान्सीसी विद्वान रोमां रोला
भारत अपनी सीमा के पार एक भी सैनिक भेजे बिना चीन को जीत लिया और लगभग बीस शताब्दियों तक उस पर सांस्कृतिक रूप से राज किया।
;— हू शिह , अमेरिका में चीन के भूतपूर्व राजदूत
दुनिया में कुछ ऐसी जगहें है जहाँ एक बार जाने पर वो आपके हृदय में बस जाती हैं और कभी निकलती नहीं. मेरे लिए, भारत एक ऐसी जगह हैं।
; – कीथ बेल्लोज
वेदों से हम सर्जरी, चिकित्सा, संगीत, घर बनाना, जिसमे यंत्रीकृत कला शामिल है ; की व्यवहारिक कला सीखते हैं। वे जीवन के हर एक पहलू , संस्कृति, धर्म, विज्ञान, नैतिकता, कानून, ब्रह्माण्ड विज्ञान और मौसम विज्ञान के विश्वकोश हैं।
; – विलियम जेम्स
एक अरब वर्ष पुराने जीवाश्म साबित करते हैं की जीवन की शुरुआत भारत में हुई थी।
; – ऐ. ऍफ़. पी. वाशिंगटन
==बाह्य सूत्र==
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