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आज की सूक्ति
आज की सूक्ति
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<div style="padding-top: 0.4em; padding-bottom: 0.3em;"><table border=0 align="center" cellpadding="0" cellspacing="0">
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<div style="background: #ffffff; padding-top: 0.1em; padding-bottom: 0.1em; text-align: center; font-size: larger; width: 100%"> ईश्वर सच्चिदानन्द स्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनन्त, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, अन्तर्यामी, अजर, अमर. अभय, नित्य पवित्र और सृष्टिकर्ता है। उसी की उपासना करने योग्य है। - [[दयानन्द सरस्वती]] </div></td>
<div style="background: #ffffff; padding-top: 0.1em; padding-bottom: 0.1em; text-align: center; font-size: larger; width: 100%"> आपके पास जो कुछ भी है उसके लिए शुक्रगुज़ार रहिये; आपके पास और भी अधिक होगा। अगर आप इस बात पर ध्यान केंद्रित करेंगे की आपके पास क्या नहीं है , तो आपके पास कभी भी पर्याप्त मात्र में चीजें नहीं होंगी। - [[ओपरा विनफ़्रे]] </div></td>
 
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