"अरविन्द घोष": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति १३:
* एकता स्थापित करने वाले सच्चे बन्धु हैं.
* सारा जगत स्वतंत्रता के लिए लालायित रहता है फिर भी प्रत्येक जीव अपने बंधनो को प्यार करता है।
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