"सुभाषित सहस्र": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति ९३७:
है ।<BR>— गिब्बन</P>
<P>मौन और एकान्त,आत्मा के सर्वोत्तम मित्र हैं ।<BR>— बिनोवा भावे</P>
<P>मौन , क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है ।<BR>— [[स्वामी विवेकानन्द]]</P>
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