"मौनं स्वीकृति: लक्षणम्": अवतरणों में अंतर

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'''मौनं स्वीकृति: लक्षणम् ''' ([[:w:संस्कृत|संस्कृत]]) अर्थात् मौन सहमति का सूचक होता है। कहा गया है – अति का भला न बोलना, अति की भली न चुप। ग्यारहवीं शताब्दी के आचार्य शुभचंद्र लिखते हैं -