"कहावतें": अवतरणों में अंतर

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===ह===
 
23. काबुल गये मुगल बन आये, बोलन लागे वानी।
आव-आव कर मर गये, खटिया तर रओ पानी।
 
24. कोदन की रोटी, और कल्लू लुगाई।