घर
बेतरतीब
लॉग-इन करें
सेटिंग्स
दान करें
विकिसूक्ति के बारे में
अस्वीकरण
खोजें
"कहावतें": अवतरणों में अंतर
भाषा
ध्यान रखें
सम्पादित करें
उत्तरदायी रूप से इतिहास देखें
← पुराना संपादन
नया संपादन →
Content deleted
Content added
यथादृश्य
विकिटेक्स्ट
१३:३२, ११ नवम्बर २०१७ का अवतरण
सम्पादन
AbhiSuryawanshi
(
वार्ता
|
योगदान
)
४११
edits
→क
← पुराना संपादन
१३:३२, ११ नवम्बर २०१७ का अवतरण
सम्पादन
पूर्ववत करें
AbhiSuryawanshi
(
वार्ता
|
योगदान
)
४११
edits
→ह
नया संपादन →
पंक्ति १०९:
===ह===
22. कमला नारी कूपजल, और बरगद की छांय।
गरमी में शीतल रहें शीतल में गरमाय।
23. काबुल गये मुगल बन आये, बोलन लागे वानी।