"कहावतें": अवतरणों में अंतर

पंक्ति २८:
===क===
*कल करे सो आज कर, आज करे सो अब्। पल में परलय होयेगी, बहुरि करेगा कब॥
*कान-आँख-मोती-मतौ बासन-बाजौ ताल।ताल।गढ़ मठ डौड़ा जंत्र पुनि, जै फूटे बेहाल।
*कमला नारी कूपजल,और बरगद की छांय।गरमी में शीतल रहें शीतल में गरमाय।
गढ़ मठ डौड़ा जंत्र पुनि, जै फूटे बेहाल।
 
===ख===