"कहावतें": अवतरणों में अंतर

पंक्ति ७३:
सामें गऊ-चुखावै बच्छा, ऐई सगुन है सबमें अच्छा।
दूदन ब्यारी जो करें, तिन घर वैद्य न जॉय।
*निन्नें पानी जो पियें, भूंज हर्र नित खांय।दूध ब्यारी जे करें, उन पर बैध न जांय।
 
===प===