"कहावतें": अवतरणों में अंतर

पंक्ति १०३:
 
===ह===
 
16. लाल बरसे ताल भरैं, सेत बरसै खेत भरै
कारे बरसें पारे भर, जब उठे धुंआ धारे तब आवै नदिया नारे।
 
17. आगे रवि, पीछे चले, मंगल जो आषाढ़।