"ब्रूस ली": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Vinay Kapoor (वार्ता | योगदान) |
Rahul Bott (वार्ता | योगदान) cleaning |
||
पंक्ति १:
==उक्तियाँ==
* हमेशा अपने वास्तिक रूप में रहो, खुद को व्यक्त करो, स्वयं में भरोसा रखो, बाहर जाकर किसी और सफल व्यक्तित्व को मत तलाशो और उसकी नक़ल मत करो।
* अगर आप अपनी ज़िन्दगी से प्यार करते हैं तो वक़्त मत बर्वाद करें, क्योंकि वो वक़्त ही है जिससे ज़िन्दगी बनी होती है।
* अगर आप हर चीज में अपने लिए एक सीमा निर्धारित कर देंगे, शारीरिक या कुछ और; वो आपके काम, आपके जीवन मे फ़ैल जायेगा। कोई सीमाएं नहीं हैं। सिर्फ पठार हैं, और आपको वहाँ रुकना नहीं है,
▲* अगर आप हर चीज में अपने लिए एक सीमा निर्धारित कर देंगे, शारीरिक या कुछ और; वो आपके काम, आपके जीवन मे फ़ैल जायेगा। कोई सीमाएं नहीं हैं। सिर्फ पठार हैं, और आपको वहाँ रुकना नहीं है, आपको उनसे आगे जाना है।
* ध्यान दीजिये कि सबसे कठोर पेड़ सबसे आसानी से टूट जाते हैं, जबकि, बांस या विलो हवा के साथ मुड़कर बच जाते है।
* गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
* चीजों को ऐसे लें जैसी वे हैं। जब घूँसा मारना हो तब घूंसा मारें। जब लात मारनी हो लात मारें।
* मैं उस आदमी से नहीं डरता जिसने १०,००० किक्स की प्रैक्टिस एक बार की हो , बल्कि मैं उस आदमी से डरता हूँ जिसने एक किक की प्रैक्टिस १०,००० बार की हो।
* जितना एक मूर्ख वयक्ति किसी बुद्धिमानी भरे उत्तर से नहीं सीख सकता उससे अधिक एक बुद्धिमान एक मूर्खतापूर्ण प्रश्न से सीख सकता है।
==बाहरी कडियाँ==
{{कॉमन्स श्रेणी|Bruce Lee|{{PAGENAME}}}}
{{विकिपीडिया}}
|