"अटल बिहारी वाजपेयी": अवतरणों में अंतर

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आज यहाँ, कल कहाँ कूच है
 
कौन जानता किधर सवेरा [http://www.happyneweyearimagesi.com naya saal mubarak quotes]
 
अंधियारा आकाश असीमित,प्राणों के पंखों को तौलें!
 
अपने ही मन से कुछ बोलें!
 
 
==बाह्य सूत्र==