"गौतम बुद्ध": अवतरणों में अंतर

छो Reverted 1 edit by 103.199.98.14 (talk): Please provide reliable references which support the quote. (TW)
पंक्ति २०:
*पैर तभी पैर महसूस करता है जब यह जमीन को छूता है।
*अपने बराबर या फिर अपने से समझदार व्यक्तियों के साथ सफ़र कीजिये, मूर्खो के साथ सफ़र करने से अच्छा है अकेले सफ़र करना।
*एक सुराही बूंद-बूंद से भरता है|
*घृणा (बुराई) से घृणा (बुराई) कभी खत्म नहीं हो सकती| घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है| यह एक प्राकृतिक सत्य है|
 
{{Misattributed begin}}