"अन्ना हजारे": अवतरणों में अंतर

सुधार
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* इस सरकार में एक प्रभावी लोकपाल लाने की इच्छा नहीं है।
 
* क्या यह लोकतंत्र है? सभी एक साथ पैसा बनाने आये हैं. मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा अगर मैं अपने समाज, अपने देशवासियों के लिए मरता हूँ.हूँ।
 
* मेरा वजन साढ़े पांच किलो कम हुआ है, कुछ ज्यादा नही, मैं ठीक हूँ.
 
* सरकारी पैसा लोगों का पैसा है. लोगोंहै।लोगों के फायदे के लिए प्रभावी नीतियां बनाएं.बनाएँ।
 
* वो जो अपने लिए जीते हैं, वो मर जाते हैं, वो जो समाज के लिए मरते हैं वो जिंदा रहते हैं.हैं।
 
* हम सरकार के साथ बात करने को तैयार हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई पहल नहीं हुई.हुई। हम बात करने कहाँ जायें और हम किससे बात करें ?
* सरकार का पैसा लोगो का पैसा है . लोगों के भले के लिए प्रभावी नीतियां बनाएं.
 
* हम सरकार के साथ बात करने को तैयार हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई पहल नहीं हुई. हम बात करने कहाँ जायें और हम किससे बात करें ?
 
* देश को असल में स्वतंत्रता आजादी के 64 साल बाद भी नहीं मिली और केवल एक बदलाव आया गोरों की जगह काले आ गए.
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* लोकपाल के बाद, हमें किसानो के अधिकार के लिए लड़ना होगा. हमें एक ऐसा कानून लाना होगा जो भूमि अधिग्रहण से पहले ग्राम सभाओं की अनुमति लेना अनिवार्य करे.
 
* मेरी मांगें बिलकुल नहीं बदलेंगी.बदलेंगी। आप मेरे सर को काट सकते हैं लेकिन मुझे सर झुकाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते.सकते।
 
* खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से धोखा है.है। देश को सिर्फ दुश्मनों से ही नहीं बल्कि इन गद्दारों से धोखा है.है।
 
* हमें कैमरे से दूर रहना चाहिये तभी हम देश के लिये कुछ कर पायेंगे, वो लोग जो हर वक्त मीडिया की चकाचौंध में रहना चाहते हैं वो कभी देश के लिये कुछ भी नहीं कर सकते.सकते।
 
== कविता ==