"अन्ना हजारे": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति ३०:
* मेरी मांगें बिलकुल नहीं बदलेंगी. आप मेरे सर को काट सकते हैं लेकिन मुझे सर झुकाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते.
* खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से धोखा है. देश को सिर्फ दुश्मनों से ही नहीं बल्कि इन गद्दारों से धोखा है.
* हमें कैमरे से दूर रहना चाहिये तभी हम देश के लिये कुछ कर पायेंगे, वो लोग जो हर वक्त मीडिया की चकाचौंध में रहना चाहते हैं वो कभी देश के लिये कुछ भी नहीं कर सकते.
== कविता ==
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