७५६
सम्पादन
Rahul Bott (वार्ता | योगदान) (→उक्तियाँ: + संस्कृत उक्ति, संदर्भ) |
Rahul Bott (वार्ता | योगदान) छो (→उक्तियाँ: अल्प विराम, पूर्ण विराम आदि) |
||
* ''युक्त इत्युच्यते योगी समलोष्ट्राश्मकाञ्चनः।''
**प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए
**'''श्रीमद्भगवद्गीता''' ६:८
* ''श्रद्धामयोऽयं पुरुषो यो यच्छृद्धः स एव सः।''
**मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है
**'''श्रीमद्भगवद्गीता''' १७:३
|
सम्पादन