"मोहनदास करमचंद गांधी": अवतरणों में अंतर

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पंक्ति २८७:
उपदेश करने से पहले खुद के गुण देखने चाहिए.
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निर्मल चरित्र एवं आत्मिक पवित्रता वाला व्यक्तित्व सहजता से लोगों का विश्वास अर्जित करता है और स्वतः अपने आस पास के वातावरण को शुद्ध कर देता है।है.
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नारी को अबला कहना अपमानजनक है।है, यह पुरुषों का नारी के प्रति अन्याय है।है.
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गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किये गए प्रयत्न में निहित है, ना कि उसे पाने में.