"मोहनदास करमचंद गांधी": अवतरणों में अंतर

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नारी को अबला कहना अपमानजनक है। यह पुरुषों का नारी के प्रति अन्याय है।
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गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किये गए प्रयत्न में निहित है, ना कि उसे पाने में.
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मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है. अहिंसा उसे पाने का साधन.
 
==बाह्य सूत्र==